जमुना प्रसाद कैरी के परिवार को सम्मानित किया

मदन सिंघल, सिलचर। विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से दिव्यांगो के लिये समर्पित अखिल भारतीय संगठन सक्षम हर साल 25 अगस्त से 8 सितंबर तक भारत सरकार द्वारा आयोजित राष्ट्रीय नेत्रदान पकवाड़ा मना रहा है।  इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में, दक्षिण असम और बराक घाटी के विभिन्न स्थानों में सक्षम संगठनों द्वारा नेत्र दान जागरूकता बैठकें, नेत्र दान कार्यक्रम, जुलूस, नेत्र दाताओं के मरणोपरांत सम्मान सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं।  

इस अवसर पर नई बाजार निवासी और कृष्णचरण उच्च विद्यालय, पनीवारा के पूर्व हिंदी शिक्षक यमुना प्रसाद कैरी महाशय की मृत्यु के बाद उनकी आंखें दान करने के लिए उनके परिवार को मरणोपरांत पुरस्कार सौंपा गया।  इस अवसर पर सक्षम की ओर से मिथुन रॉय, प्रधान संपादक उत्तर पूर्व भारत  सक्षम एवं सह संपादक विश्वराज चक्रवर्ती ने न्यूबाजार स्थित उनके घर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा राखी पूर्णिमा के पावन अवसर पर समस्त परिवार सहित राखी पहनाई और उनके सामाजिक योगदान के लिए आभार व्यक्त किया।  दिन के इस समारोह में सक्षम के लोगों ने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर नेत्रदान से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।  

बता दें कि जमुना प्रसाद कैरी, 2021 अंग्रेजी का निधन 29 जनवरी को हुआ था।  उनकी मृत्यु के बाद उनकी आंखें और शरीर सिलचर मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया गया।  उनकी आंख के कॉर्निया के माध्यम से अब दो अंधे लोगों की दृष्टि वापस आ गई है।  परिवार की ओर से उनकी पत्नी श्यामदुलाली कैरी, उनके दोनों बेटे अमरेश कैरी और अनिमेष कैरी, उनकी बेटी जयंती कैरी और बहू मोनिका कैरी मौजूद रहीं।

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