शि.वा.ब्यूरो, आगरा। प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के निदेशक डॉ. सुशील गुप्ता ने बताया कि स्कूल में सत्र 2023-24 से कक्षा नर्सरी से कक्षा दो तक NCF-FS (नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क फॉर फाउंडेशन स्टेज) पूर्णतः लागू किया जाएगा। इस शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत छात्रों में खेल-खेल में पठन व संख्यात्मक कौशल की क्षमता विकसित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि छात्रों को 21वीं सदी के अनुरूप स्वयं को ढालने हेतु इस सत्र में उनके कौशल विकास के लिए समय-समय पर विभिन्न कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि विद्यालय में करियर परामर्श प्रकोष्ठ (करियर काउंसलिंग सैल) की स्थापना की जाएगी, जिसके माध्यम से छात्र अपने भविष्य के लिए सर्वोचित करियर का चुनाव कर पाएंँगे।
उन्होंने बताया कि कक्षा नौ के छात्रों हेतु विद्यालय में इस सत्र से आई.आई.टी. जे. ई. ई. के फाउंडेशन कोर्स का मुख्य पाठ्यक्रम में समावेश किया जाएगा, जिससे छात्र कक्षा बारह तक आई.आई.टी. जे. ई. ई. की प्रवेश परीक्षा के लिए पूर्णतः तैयार हो सकें। उन्होंने बताया कि कक्षा ग्यारह में इस सत्र से छात्रों को औद्योगिक ज्ञान से रूबरू होने का अवसर प्रदान किया जाएगा, जिससे उनमें औद्योगिक कौशल की क्षमता विकसित होगी।
उन्होंने बताया कि इस सत्र में विद्यालय में संवाद कार्यक्रम का आगाज़ किया जाएगा, जिसमें छात्रों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के वक्ताओं से रूबरू होने का अवसर प्रदान किया जाएगा। विद्यालय के प्राचार्य अरविंद श्रीवास्तव, जो सीबीएसई के मास्टर ट्रेनर भी हैं, ने बताया कि छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों हेतु भी क्षमता संवर्धन कार्यशालाएँ सीबीएसई व प्रख्यात शैक्षिक संस्थाओं के द्वारा आयोजित करवाई जाएँगी।
उन्होंने बताया कि विद्यालय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से छात्रों के कंप्यूटर कौशल को बेहतर बनाया जाएगा एवं उनको तकनीकी ज्ञान के सुरक्षित प्रयोग में दक्ष बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि विद्यालय का उद्देश्य शिक्षा के साथ -साथ छात्रों में व्यावहारिक ज्ञान एवं नैतिक मूल्यों का समावेश करना है, जिससे वे एक बेहतर व जिम्मेदार नागरिक बन सकें। इसी के तहत हेमा फाउंडेशन के सौजन्य से नैतिक मूल्यों की पाठशाला का आयोजन किया जाता रहा है l
उन्होंने बताया कि पर्यावरण को संरक्षित, सुरक्षित व संवर्धित करने की दिशा में विद्यालय सदैव अग्रसर रहता है। इसी श्रृंखला में विद्यालय छात्रों को पर्यावरण प्रेमी11 बनाने हेतु पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी गतिविधियों एवं कार्यक्रम जैसे - वृक्षारोपण एवं ई-वेस्ट कलैक्शन ड्राइव की मुहिम चला रहा है। उन्होंने बताया कि छात्रों के व्यक्तित्व के विकास के लिए समय-समय पर वार्ता, वाद- विवाद, सामूहिक चर्चा, विषयवार प्रस्तुतियों का आयोजन पूर्ववत् किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बच्चों के समुचित विकास एवं श्रेष्ठ परिणाम के लिए शिक्षकों एवं अभिभावकों का संयुक्त प्रयास आवश्यक है इसलिए समय-समय पर अभिभावकों के लिए विशेष कार्यक्रम, कार्यशाला एवं गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें अभिभावकों का सहयोग अपेक्षित है।