सहायक आचार्य किरण कुमार कालिया को डॉक्टरेट की उपाधि

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। कहते है होनहार बिरवान के होत चिकने पात। हिमाचल प्रदेश के ठियोग के सरोग से संबंध रखने वाले डॉ. किरण कुमार कालिया ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों संस्कृत विषय में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। 

बता दें कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के 26वें दीक्षांत समारोह में महामहिम राष्ट्रपति ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। सन 1989 में जन्मे डॉ किरण कालिया की प्रारंभिक शिक्षा राजकीय उच्च पाठशाला बथलावग से तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सरोग से हुई।इसके उपरांत वशिष्ठ शास्त्री श्री तारिणी संस्कृत महाविद्यालय सोलन से उत्तीर्ण की।सन 2011 में डॉ किरण कालिया ने एम ए इसके उपरांत एम फिल में लघु शोध प्रबंध के दौरान ही प्रथम प्रयास में कठिनतम राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा यूजीसी नेट जेआरएफ संस्कृत विषय में ही उत्तीर्ण की।2018 में प्रथम प्रयास में ही सेट परीक्षा में प्रदेश भर में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसके बाद संस्कृत विषय में पी.एचडी का शोध कार्य पूर्ण किया। कुछ समय तक विद्यालय में शास्त्री पद पर कार्य किया और बाद में डॉ किरण ने आयुर्वेद कॉलेज पपरोला में मात्र एक पद के लिए परीक्षा उत्तीर्ण की।वर्तमान समय में डॉ किरण कालिया सहायक आचार्य के पद पर कार्यरत हैं।इनके लगभग 15 शोध पत्र राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पत्र पत्रिकाओं में भी प्रकाशित हो चुके हैं। उन्होंने अपनी इस कामयाबी का श्रेय अपने माता पिता, गुरुजनों व समस्त परिवार जनों को दिया है।

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