युगशंख के संस्थापक वार्ता भगीरथ वैद्यनाथ नाथ के जन्मदिन मनाया

मदन सिंघल, शिलचर। युगशंख के संस्थापक वार्ता भगीरथ वैद्यनाथ नाथ के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन पुष्पांजलि और गीत के माध्यम से हुआ। मंचासीन अतिथियों में युगशंख के संपादक हिमाशीष भट्टाचार्य, समर कांति राय चैधरी, युगशंख के डायरेक्टर निलाक्ष चैधरी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष शांतनु कुमार दास, आरती दास, प्रेस क्लब के सचिव शंकर दे, शिलचर डेवलपमेंट अथॉरिटी के पूर्व चेयरमैन सूजन दत्ता, अनुपम नंदी पुरकायस्था, संजीव राय, किशोर भट्टाचार्य और वरिष्ठ पत्रकार उत्तम सरकार आदि शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन मृदुला भट्टाचार्य ने किया।

कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार, साहित्यकार व कार्यक्रम के सभापति अतीन दास ने कहा कि विभिन्न प्रतिकूलताओं में 600 महीने से शुरू हुआ बराक घाटी का लिडिंग बंगला समाचार पत्र युगशंख आज महीने में एक करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। उन्होंने कहा कि 1950 में युगशंख शुरू हुआ था, तब शिलचर में केवल साप्ताहिक समाचार पत्र ही प्रकाशित होते थे, वह भी 4 पृष्ठ के। उन्होंने कहा कि उनके पाठकों की संख्या 200-300 होती थी और डाक से प्रेषित करने पर दो पैसे का टिकट लगता था। उन्होंने बताया कि विजय कृष्णनाथ इसी में बड़े हुए। उनका अपना प्रेस भी अपना नहीं था, कभी यहां और कभी वहां से छपता था। 

अतीन दास ने कहा कि 1970 में स्नातक करने के बाद विजय कृष्ण नाथ ने शिलचर में हाकर के माध्यम से पत्रिका वितरण शुरू किया था और उसके बाद बुक स्टॉल्स पर पत्रिका देने लगे। उन्होंने बताया कि उसके बाद दैनिक शुरू किया और 6 महीने में पाठक संख्या 10 हजार के ऊपर पहुंच गई। उन्होंने बताया कि बाहरी पत्रिकाएं लगभग बंद होने के कगार पर पहुंच गई। उन्होंने बताया कि आज युगशंख शिलचर के अलावा गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, सिलीगुड़ी, वर्धमान और कोलकाता से भी प्रकाशित हो रहा है। उन्होंने बताया कि पाठकों के प्रति उत्तरदाई युगशंख प्रतिकूलता में भी दिनोंदिन आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल के लोग अब आनंद बाजार पत्रिका और वर्तमान छोड़कर युगशंख पढ़ने लगे हैं। 

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