गौरव सिंघल, सहारनपुर। उ0प्र0 सरकार द्वारा प्रदेश में निवेश व नये रोजगार सृजन हेतु उ0प्र0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट कार्यक्रम के क्रम में जनपद में जिलाधिकारी अखिलेश सिंह के निर्देशों के अनुपालन में 13 जनवरी को एक इन्वेस्टर्स मीट आयोजित की जायेगी। इस इन्वेस्टर्स मीट में निवेश करने वाले निवेशकों को राज्यमंत्री द्वारा सम्मानित किया जायेगा। साथ ही विभिन्न विभागों की लाभप्रद नीतियों के बारे में भी कार्यालयाध्यक्ष द्वारा बताया जायेगा।
बता दें कि जनपद सहारनपुर में लगभग 58 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की खेती की जाती है, जिसमें 70 प्रतिशत क्षेत्रफल जो लगभग 40.6 हजार हेक्टेयर है, में बासमती धान की फसल उगायी जाती है। पूर्व वर्षों में बासमती धान में ट्राईसाइक्लाजोल के गलत तरीके से प्रयोग के कारण एमआरएल से अधिक रसायन की मात्रा पायी जाने के कारण बासमती निर्यात में बाधा आ रही थी, जिसके लिए कृषि विभाग द्वारा कृषकों में जैविक व प्राकृतिक विधि से बासमती धान उगाकर एमआरएल को न्यून स्तर पर लाया गया व ट्राईसाइक्लाजोल के प्रयोग का समय परिवर्तन (बाली निकलने से पूर्व) करके भी एमआरएल को न्यून किया गया। इसके साथ-साथ जनपद में गठित 22 कृषक उत्पादक संगठनों के माध्यम से निर्यात योग्य बासमती का उत्पादन कराया जा रहा है। फलस्वरूप अन्य प्रान्त हरियाणा, पंजाब आदि से बासमती निर्यातक कृषकों से बासमती क्रय कर रहे हैं व कृषक उत्पादक संगठन व बासमती निर्यातकों के साथ बासमती क्रय हेतु एमओयू कराने का कार्य भी किया जा रहा है।
उप कृषि निदेशक डॉ0 राकेश कुमार ने बताया कि जनपद में 25 पॉली हॉउस में पुष्पोत्पादन (जरवैरा) करके, वातानुकुलित वैन द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में स्थित गाजीपुर मण्डी में पुष्पों की बिक्री की जा रही है एवं पॉली हॉउस में प्रोटेक्टेड सब्जियों का उत्पादन जैसे लाल शिमला मिर्च, खीरा एवं टमाटर का उत्पादन किया जा रहा है जिससे अन्य प्रदेश के व्यापारी आकृषित हो रहे हैं व कृषकों से सीधे पुष्प व सब्जियाँ क्रय भी कर रहे हैं।