पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि जीवन बीमा आज के दौर की एक अनिवार्य आवश्यकता होने के साथ-साथ बचत और निवेश का एक सुरक्षित माध्यम है। उन्होंने कहा कि डाक जीवन बीमा देश की सबसे पुरानी बीमा योजना है, जिसकी शुरुआत 1884 में हुई थी। उन्होंने कहा कि डाक जीवन बीमा हेतु पात्रता में अभी तक केंद्र व राज्य सरकारों के कर्मचारी, सार्वजनिक उपक्रमों, सरकारी सहायता प्राप्त शिक्षण संस्थानों, राष्ट्रीयकृत बैंकों, रक्षा सेवाओं, अर्ध-सैन्य बलों तथा निजी क्षेत्र के पेशेवरों जैसे इंजीनियर, डॉक्टर, बैंकर, वकील, आर्किटेक्ट, पत्रकार और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) तथा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में सूचीबद्ध कंपनियों के कर्मचारी ही शामिल थे। उन्होंने कहा कि डाक जीवन बीमा में सुरक्षा (आजीवन बीमा), संतोष (स्थायी निधि जमा), सुविधा, सुमंगल, युगल सुरक्षा और बच्चों की पॉलिसी शामिल हैं, इसमें निवेश की सुरक्षा पर सरकार की गांरटी, धारा 80-सी के तहत आयकर में छूट, कम प्रीमियम व अधिक बोनस, पालिसी पर लोन की सुविधा, ऑनलाइन प्रीमियम जमा के अलावा देश के किसी भी डाकघर में प्रीमियम जमा करने की सुविधा और अग्रिम प्रीमियम पर छूट दी जाती है।
पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि डाक जीवन बीमा सेवा को नवीन टेक्नोलॉजी अपनाते हुए ऑनलाइन बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पॉलिसी धारकों के लिए ई-पीएलआई बॉण्ड की सुविधा प्रारंभ की गयी है, जो डिजिलॉकर पर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि अब डाक विभाग द्वारा पॉलिसी बांड जारी करने के तुरंत बाद पॉलिसी बॉण्ड को डाउनलोड किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि नवाचार करते हुए जहाँ अब प्रीमियम के ऑनलाइन जमा की सुविधा है, वहीं अब प्रीमियम को आई.पी.पी.बी. मोबाइल ऐप से भी जमा किया जा सकता है।