शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सलोनी रस्तोगी द्वारा उपस्थित महिला बंदियों को संवैधानिक व विधिक अधिकारों की जानकारी दी गयी। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना व शिक्षा से हिंसा को रोका जा सकता है। जिला प्रोबेशन अधिकारी सतीश गौतम ने कहा कि महिलाओं के विरूद हिंसा को रोकने के लिए आवश्यक है कि महिलाये अपने अधिकारो के प्रति जागरूक हो। उन्होंने कहा कि महिलाओं के प्रति हिंसा केवल पुरूषो द्वारा ही नही की जाती, बल्कि स्वयं महिलाओ द्वारा भी की जाती है। उन्होंने कहा कि किसी भी हिंसा व अपराध को रोकने के लिए आवश्यक है कि हमें अपने अधिकार तथा साथ ही दूसरे के अधिकार भी पता होने चाहिए। कार्यक्रम मे सचिन कुमार, इंटर्न भव्य शर्मा, जेलर कमलेश, डिप्टी जेलर मेघा राजपूत व एएस आई राजा राम शर्मा द्वारा सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया।
आर्य कन्या इण्टर कॉलेज बुढाना की प्रधानाचार्य अरूणा त्यागी के सहयोग से महिला बंदियो को चादरो का वितरण किया गया। उन्होने कहा कि शिक्षा सभ्य समाज का आधार है। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव कुमार ने कार्यक्रम का संचालन किया। उन्होने कहा कि किसी भी हिंसा व अपराध के विरूद्ध हम सभी को एक जुट होना होगा। जेलर कमलेश सिह ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सचिन कुमार, इंटर्न भव्य शर्मा, जेलर कमलेश, डिप्टी जेलर मेघा राजपूत व एएस आई राजा राम शर्मा आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।