विनोद कुमार दुबे, भांडुप (मुंबई) महाराष्ट्र। महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी और होली होराइजन स्कूल कल्याण पूर्व मुंबई के संयुक्त तत्वाधान में आजादी के 75 वें वर्ष एवं हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत विद्यालय में आयोजित निबंध, कविता, और संस्मरण लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं छात्र छात्राओं को सम्मानित किया गया।
विद्यालय के प्रिंसिपल डॉ रमाकांत क्षितिज ने बताया कि इस अवसर पर बच्चों को जहां सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि छात्रों ने तरह-तरह के सांस्कृतिक एवं साहित्यिक विधाओं का प्रदर्शन किया। सम्मान समारोह की अध्यक्षता विद्यालय के संस्थापक श्री भगवान तिवारी ने की। समारोह में महाराष्ट्र राज्य साहित्य अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष अभिलाष अवस्थी, डॉ प्रमिला शर्मा, डॉ रीताराम, गिरजा शंकर मिश्र बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। सम्मान समारोह का संचालन छात्र छात्राओं ने किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अभिलाष अवस्थी ने कहा हिंदी को हमें जीवन में अपनाना चाहिए।उन्होंने कहा कि बच्चों को अपने जीवन में बड़े-बड़े सपने देखने चाहिए। उन्होंने कहा कि अकादमी जहां बड़े संस्थानों में आयोजन कर रही है, वहीं कल्याण के इस निम्न मध्यवर्गीय समाज के छात्र छात्राओं के बीच आकर अकादमी का अध्यक्ष होने के नाते, और स्वयं भी काफी अच्छा महसूस कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि अकादमी महाराष्ट्र में हिंदी के विकास के लिए सदैव अपना कर्तव्य निभाते रहेगी।
डॉ. रीताराम ने आजादी के बाद हिंदी और उसके संघर्ष की कहानी बच्चों को बतायी। डॉ. प्रमिला शर्मा ने कहा हिंदी हमें लोगों से जोड़ती है। डॉ. प्रमिला ने हिंदी कविता को रैप में सुना कर बच्चों का मन मोह लिया। अपनी रचनाओं को सुना कर छात्र छात्राओं के साथ साथ उपस्थित सभी लोगों को मुस्कराने और ठहाका का लगाने पर मजबूर कर दिया। विद्यालय के प्राचार्य डॉ. रमाकांत क्षितिज ने हिंदी साहित्य अकादमी के साथ-साथ उसके कार्याध्यक्ष अभिलाष अवस्थी का आभार व्यक्त किया।