गौरव सिंघल, सहारनपुर। सोमवार से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे है। जनपद की शिवालिक पर्वत मालाओं के बीच स्थित मां शाकुंबरी देवी मंदिर की विशेष पूजा को इस दौरान लाखों श्रद्धालु पहुंचते है। इस बार कई दिन से लगातार हो रही बारिश और पहाडो से गिर रहे भारी पानी से पूरा स्थल जलमग्न है। किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए प्रशासन ने अहतियातन कई कदम उठाए है और यह भी तय किया है कि यदि पानी की स्थिति थोडी सी भी भयावह होती है तो श्रद्धालुओं को वहां जाने से रोका जाए। एक पखवाडे पहले वहां अचानक आए भारी पानी में श्रद्धालुओं की कार बह गई थी, जिसमें सहारनपुर की एक महिला की मौत हो गई थी। उनकी तीन बेटियों और कार चालक को बडी मुश्किल से बचाया गया था।
मामले की गंभीरता को देखते हुए कमिश्नर डा. लोकेश एम. डीआईजी सुधीर सिंह, जिलाधिकारी अखिलेश सिंह और एसएसपी डा. विपिन टाडा ने शनिवार को पूरे शाकुंबरी देवी स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया था। उस दौरान वहां की एसडीएम प्रणता ऐश्वर्या और सीओ मुनीश चंद्र भी मौजूद थे। एसडीएम प्रणता ऐश्वर्या ने बताया कि भूरा देव मंदिर से लेकर शाकुंबरी देवी मंदिर तक श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए बैरिकेडिंग लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बीती रात पत्र भेजकर कहा है कि यदि वहां पानी की स्थिति गंभीर रहती है तो श्रद्धालुओं को वहां जाने से भी रोका जाएं, स्थिति पर प्रशासन नजर रखे और उसी के मुताबिक कदम उठाए। शाकुंबरी देवी मंदिर स्थल पर एनडीआरएफ तैनात की जा रही है। मंदिर पर पीएसी की फलड कंपनी भी तैनात की गई है। सायरन के जरिए श्रद्धालुओं को चेतावनी देने की भी व्यवस्था की गई है।
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने मंदिर के व्यवस्थापक आदित्य राणा से भी व्यवस्था में सहयोग देेने को कहा है। नवरात्र सोमवार 26 सितंबर से शुरू हो रहे हे और अश्विनी मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक चलने वाले हिंदुओं के इस विशिष्ट पूजा.अनुष्ठान की समाप्ति नवमी को होगी और पांच अक्टूबर को दशहरे के बाद दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन होगा। लेकिन मेला 10 अक्टूबर तक चलेगा। जिलाधिकारी ने बताया कि विगत दिनों के अलावा 2019 में भारी बारिश और पानी के कारण जनहानि हो चुकी है। यदि इस बार स्थिति में सुधार नहीं होता है तो श्रद्धालुओं को भूरा महादेव मंदिर से आगे नहीं आने दिया जाएगा।