मां की ममता

अ कीर्ति वर्द्धन,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

मां की ममता प्यार अनूठा, 
नही विकल्प कोई जग में,
सब कांटों को चुन लेती है, 
जितने भी हों चाहे मग में।
मौत से भी वह लड जाती, 
गर विपदा बच्चों पर आती,
दूध- रक्त और मज्जा उसकी, 
दौड़ रही मेरी रग रग में।
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश

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