अ कीर्ति वर्द्धन, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
हिंदी जन जन की भाषा है,
यह रग रग में समाई है।
हर रज कण में हिंदी पैठी,
राष्ट्र एकता की अगुआई है।
विश्व में सर्वाधिक बोली जाती,
ग़ैरों को भी गले लगाती।
बस इसका महिमागान करो,
यह हमारी मातृभाषा है।
हिंदी भाषा नहीं है अबला,
यह संस्कृति की थाती है।
मानवता जन जन में जगाये,
ऐसी समृद्ध हिंदी है।
आओ हिंदी भाषा का हम,
मिलकर गौरव गान करें।
विश्व पटल पर इसको लाकर,
भारत का सम्मान करें।
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश