आशुतोष, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
कर्तव्य कई तरह के होते हैं लेकिन आज जिस कर्तव्य की बात हो रही, वह है, नागरिको के कर्तव्य की। देश के नागरिक होने के नाते आपके कर्तव्य क्या है ?क्या पालन हो रहे है? शायद नहीं और हो भी रहे दोनो स्थिति है। गलत कामो के प्रति आवाज उठाना, घूसखोरो से सावधान रहना,आपदा की स्थिति में मदद पहुँचाना,समस्याओ पर विचार करना, कुव्यवस्थाओ पर आवाज उठाना,आवरू की रक्षा करना, जागरूकता फैलाना आदि कई ऐसे कार्य है जो नागरिक कर्तव्य है पर पालन कितने होते है यह बात छिपी नही है।लेकिन कुछ लोग आज भी इन सभी नियमों का पालन करते है जिससे हमारा देश और समाज सुरक्षित रहता है।चाहे वह पुलिस हो, सेना हो, नागरिक हो, लेखक हो, पत्रकार हो, आम लोग हो, डाक्टर हो, वकील हो, जज हो, ड्राइवर हो, या सामाजिक कार्यअकर्ता हो, इन्होने देश और नागरिक कर्तव्यो का पालन किया है। सही मायने में मानव सेवा ही नागरिक कर्तव्य है । मानव प्रेम ही प्रेम है । मानव श्रद्धा ही भक्ति।लेकिन दुर्भाग्य उन लोगो का जो मानव के शत्रु बनकर अपनी उपेक्षा करवाते हैं।