डाॅ.केएस भौज्ञान, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।।
अन्य स्थानों की भांति नगर क्षेत्र में भी जैन समाज द्वारा पर्यूषण पर्व मनाने के साथ ही विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन सभी नौ जैन मंदिरो में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में समाज के लोगों की उपस्थिति कम नहीं है, इतना सब होने के बावजूद भी किसी समाजसेवक या जैन धर्मावलम्बी की नजर जैन कीर्ति स्तम्भ परिसर की दुर्दशा की ओर नहीं गयी। मीडिया की सुर्खी बनने के बाद कीर्ति स्तम्भ परिसर में कूड़े-कबाड़ की तरह फैली घास की साफ-सफाई करायी गयी, लेकिन उसके चारों तरफ किया गया अतिक्रमण अभी भी बरकरार है।
जानकारों की मानें तो कीर्ति स्तम्भ की साफ-सफाई व देखरेख की जिम्मेदारी जैन समाज की है। नगर में जैन कीर्ति स्तम्भ का निर्माण उस समय किया गया था, जब सुरेन्द्र कुमार जैन नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष थे। आज जैन समाज का यह उपेक्षित कीर्ति स्तम्भ पूरी तरह से अव्यवस्था का शिकार है। आज इसे एडवरटाइजमेंट का माध्यम भी बना दिया गया है।
जैन धर्मावलम्बियों की मानें तो जीटी रोड किनारे स्थित जैन कीर्ति स्तम्भ की मान्यता व पहचान दूर-दूर तक है। सकल जैन समाज द्वारा इसके रखरखाव की जिम्मेदारी जैन एकता क्रांतिकारी मंच खतौली को सौंपी गई है। मंच के अध्यक्ष सुशील कुमार सिल्लो ने बताया कि समाज के जिम्मेवार लोगों से विचार-विमर्श के बाद कीर्ति स्तम्भ के जीर्णोद्धार का निर्णय लिया गया है। उनके अनुसार 23वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी की स्मृति बनाए रखने के लिए स्तम्भ परिसर को भव्य रूप दिया जाएगा।
वरिष्ठ पत्रकार खतौली, उत्तर प्रदेश