अ कीर्ति वर्द्धन, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
देखिये संसार को,
निज दृष्टि आलोक में,
पहचानिये सत्य को,
निज दृष्टि आलोक मे।
दिखता सामने जो,
सदा सत्य होता नही,
रचिये संसार को,
निज दृष्टि आलोक में।
निज दृष्टि आलोक में,
पहचानिये सत्य को,
निज दृष्टि आलोक मे।
दिखता सामने जो,
सदा सत्य होता नही,
रचिये संसार को,
निज दृष्टि आलोक में।
मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश