गौरव सिंघल, सहारनपुर। शासन के निर्देशों के क्रम में सितंबर महीने में 1 सितंबर से 30 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर शासन द्वारा दी गई विभिन्न प्रकार की थीम के आधार पर प्रतिदिन गतिविधियां आंगनवाड़ी केंद्रों पर कराई जा रही हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि पोषण अभियान के अंतर्गत आज अन्नप्राशन दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्देशों के क्रम में ताहरपुर आंगनवाड़ी केंद्र पर अन्नप्राशन का कार्यक्रम कराया गया। उन्होंने कहा कि अन्नप्राशन कार्यक्रम उन बच्चों का किया जाता है जो छह माह की अवस्था को पूरी कर चुके हैं। जब बच्चे 06 माह के हो जाते हैं तो उन्हें अतिरिक्त पोषण और वृद्धि निगरानी की आवश्यकता होती है, इसलिए अतिरिक्त पोषण के लिए उनके खाद्यान्न का निर्धारण किया जाता है। उन्होंने कहा कि उन्हें मां के दूध के साथ-साथ ऊपरी आहार भी लेना आवश्यक होता है, जिससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास ठीक ढंग से हो सके।
उन्होंने कहा कि आज जनपद में 3410 केंद्रों पर शासन द्वारा दी गई थीम के अनुसार कुल 4815 बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया आईसीडीएस विभाग द्वारा एक अनिवार्य सामुदायिक गतिविधि है, जो प्रत्येक माह भारत सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर कराई जाती है, जिसमें लाभार्थियों के परिवार उपस्थित रहते हैं। उन्हें बच्चों के पोषण के बारे में और उनकी वृद्धि निगरानी के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जाती है।
उन्होंने कहा कि स्वस्थ बच्चे ही आने वाले दिनों में स्वस्थ नागरिक बनेंगे इस दिशा में आईसीडीएस विभाग लगातार सतत रूप से कार्य कर रहा है और जनपद में कुपोषित बच्चों की संख्या में कमी आई है। इस अवसर पर बाल विकास परियोजना अधिकारी सुनीता चौधरी, रीता सोनी उपस्थित रहे। हिना, आरव, समीक्षा, वर्षा, सीमा इत्यादि बच्चों को अन्नप्राशन कराया गया।