शि.वा.ब्यूरो, शामली। जिलाधिकारी जसजीत कौर के निर्देशों के क्रम में जनपद में विद्यालयों एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा गर्भाशय ग्रीवा (सर्वीकल) कैंसर से बचाव के लिए नौ से 17 साल की बालिकाओं को एचपीवी वैक्सीन लगाई गई। विद्यालयों द्वारा सीएसआर फंड से एवं सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से टीकाकरण सफलतापूर्वक संपादित किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय अग्रवाल ने बताया कि हाल ही में जिलाधिकारी जसजीत कौर द्वारा सर्वीकल कैंसर की रोकथाम व बचाव को लेकर बैठक की गई थी, जिसमें जिलाधिकारी ने जिले के स्कूलों के प्रधानाचार्य को नौ वर्ष से ऊपर की छात्राओं को वैक्सीन लगवाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि अभियान चलाकर प्रचार-प्रसार कर स्कूलों में बच्चियों के माता-पिता के साथ बैठक करें। उनको वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें। जिसके बाद जनपद में वृहद स्तर पर स्कूलों में अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत अब तक गर्भाशय ग्रीवा कैंसर से बचाव के लिए नौ से 17 साल की 75 बालिकाओं को एचपीवी वैक्सीन लगाई जा चुकी है। सीएमओ ने कहा कि एचपीवी वैक्सीन बहुत ही सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि कैंसर की बीमारी से बचने के लिए यह वैक्सीन लगवाना बहुत जरूरी है। यह राज्यपाल की प्राथमिकताओं में से एक है।
सीएमओ ने बताया कि गर्भाश्य ग्रीवा कैंसर के लक्षण उपचार एवं बचाव बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि दुनिया भर में जितनी मौतें सर्वीकल कैंसर से होती है, उसमें से 25 प्रतिशत भारत में होती हैं। गर्भाश्य ग्रीवा कैंसर के लिए बाजार में एचपीवी वैक्सीन 2700 से 4000 तक की कीमत में उपलब्ध है। नौ से 14 वर्ष की लड़कियों को प्रथम डोज से दो माह के अंतराल पर दूसरी डोज लगाई जाती है। 15 से 45 साल तक की महिलाओं को तीन खुराक दी जाती है, जिसमें प्रथम डोज से दो माह के अंतराल पर दूसरी डोज व छह महीने पर तीसरी डोज लगाई जाती है।