शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय की छात्राओं ने की एरिया विजिट
शि.वा.ब्यूरो, मेरठ। शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय के आईआईसी प्रकोष्ठ की ओर से महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा स्थानीय क्षेत्र में भ्रमण कर समस्याओं को चिन्हित करने एवं उनके निवारण के प्रति परिवर्तनात्मक विचारों के उद्देश्य से एरिया विजिट कराई गई। महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. भारती दीक्षित ने छात्राओं को हरी झंडी दिखाकर महाविद्यालय से रवाना किया।
एरिया विजिट के दौरान छात्राओं ने महाविद्यालय के प्राध्यापकों के निर्देशन में माधवपुरम के सेक्टर- 3 क्षेत्र मे भ्रमण किया तथा यहां के स्थानीय लोगों से क्षेत्र की समस्याओं से संबंधित जानकारी ली। स्थानीय लोगों ने छात्राओं को बताया कि बारिश के दिनों में यहां सड़कों व खाली प्लाटों में पानी भर जाता है, जिस कारण गंदगी, विषैले जंतु तथा मच्छरों का प्रकोप हो जाता है। यहाँ रहने वाले बच्चों के माता-पिता आर्थिक रूप से कमजोर हैं, जिन्हें सूचना के अभाव में विद्यालय खुलने की जानकारी भी नहीं मिलती।
स्थानीय लोगों ने बताया कि कॉलोनी के सार्वजनिक पार्कों को आसपास के लोगों ने कूड़ा डालने का स्थान बना रखा है। कुछ लोग पार्क में ही अपने कपड़े सुखाते हैं। कॉलोनी के काफी लोग गंदगी के कारण बुखार से पीड़ित हैं। यहां घर-घर लोगों ने फैक्ट्रियां लगा रखी है, जिस कारण शोर-शराबा रहता है। शहीद मंगल पाण्डेय राजकीय महिला महाविद्यालय के मुख्य गेट के सामने स्थानीय लोग कूड़ा व गोबर डाल रहे हैं। क्षेत्र की सड़कें टूट गई हैं, जिनके कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। यहां लोगों के पास रोजगार के अवसर भी कम है, जिस कारण पूरे दिन शराब पीना, जुआ खेलना जैसी सामाजिक समस्याएं बनी रहती है। कुछ लोगों ने लॉकडाउन के कारण काम -धंधा बंद होने की समस्या से अवगत कराया। पॉश एरिया के लोग यहां सड़क किनारे मरे जानवर डाल देते हैं, जिस कारण वातावरण बदबूदार रहता है।
डॉ. भारती दीक्षित ने कहा कि महाविद्यालय में इंस्टिट्यूट ऑफ इनोवेशन की स्थापना से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में 21वीं सदी की चुनौतियों से निबटने एवं उच्च शिक्षण संस्थानों में स्टार्टअप और एंटरप्रेन्योरशिप का एक वातावरण सृजित करने में मदद मिलेगी। इसके अंतर्गत नवोन्मेष ओरिएंटेड पाठ्यक्रम द्वारा रोजगार सृजन की चुनौतियों के समाधान में भी मदद मिलेगी। महाविद्यालय के आईआईसी प्रेसिडेंट डॉ. रविंद्र कुमार ने कहा कि आईआईसी पदाधिकारियों एवं छात्राओं संघ स्थानीय क्षेत्र के भ्रमण का उद्देश्य क्षेत्रीय लोगों से वहां की समस्याओं को चिन्हित करना तथा प्रारूप बनाकर उन समस्याओं का समाधान करना है। इसके अंतर्गत अपशिष्ट पदार्थों जैसे विभिन्न प्रकार के कूड़े, गोबर ,गंदा पानी व गंदगी आदि समस्याओं से निजात दिलाकर इन अपशिष्ट पदार्थों के समुचित प्रबंधन द्वारा बाजार की मांग के अनुरूप उत्पाद तैयार करना है।
आईआईसी संयोजक डॉ. पूनम भंडारी ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाली छात्राओं को नवाचार के आंदोलन में सबसे आगे रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि उच्च शिक्षण संस्थान पूरी दुनिया में उच्च स्तर की अनुसंधान और नवाचार के लिए उत्कृष्ट केंद्र के रूप में उभरे। कार्यक्रम कोऑर्डिनेटर डॉ. अनीता गोस्वामी ने कहा कि नवाचार संस्थान परिषद स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा दे रही है, जिससे समाज के लोगों के लिए नए अवसर सृजित होंगे। इन संस्थानों में से रोजगार चाहने वालों के लिए नई नौकरियों का सृजन सिद्ध करने वाले निकलेंगे। स्थानीय क्षेत्र की विजिट करने वाली छात्राओं में श्वेता कुमारी, श्वेता, भारती, सुमैया, दीपशिखा, काजल, अंशु, सोफिया, विधि, कोमल, दीपिका, निशा, मानसी, कविता, बिट्टू, अनम शाह, गीता, वर्षा, मुस्कान, सना, पूर्वी, उमा, प्रीति, अंजलि, आंचल, शिखा, डोली, रितिका, विनीता आदि रही।
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