राष्ट्रीय पोषण माह 07 सितम्बर से

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर।  भारत सरकार द्वारा माह सितम्बर 2020 में राष्ट्रीय पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। पोषण अभियान का शुभारम्भ प्रधानमंत्री द्वारा बच्चो और महिलाओ के पोषण स्तर में सुधार के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए किया गया है। इसके अन्तर्गत सुपोषण को बढावा देने के लिए पूरे माह के लिए सामुदायिक भागीदारी एवं जन आन्दोलन के माध्यम से विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जायेगी। भारत सरकार के जन आन्दोलन पोर्टल पर सभी कन्वर्जेन्स विभाग द्वारा करायी गयी गतिविधियों की एन्ट्री की जायेगी। पोषण माह के दौरान आयोजित की गई गतिविधियों की दैनिक प्रविष्टि भारत सरकार के जन आन्दोलन पोर्टल http:/poshanabhiyan.gov.in पर की जायेगी। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे0 द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, प्रभागीय निदेषक, सामजिक वानिकी, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला कृशि अधिकारी, बेसिक षिक्षा अधिकारी, एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को इस सम्बंध में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये गये है। पूरे माह में स्वास्थ्य एवं आईसीडीएस विभाग सहित अन्य विभागो के अधिकारियों द्वारा कुपोषित बच्चो की पहचान स्वास्थ्य जांच व जरूरी उपचार के साथ ही माताओ की बच्चे की बेहतर देखभाल एवं स्वयं के खान-पान से जुडी विभिन्न प्रकार की जानकारियां उपलब्ध करायी जायेंगी।


        स्तनपान के साथ ही ऊपरी आहार से बच्चो में कुपोषण के स्तर को कम करने में मदद मिलती है। बच्चे के जीवन के प्रथम 01 हजार दिवस स्वास्थ्य एवं सुपोषण के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण होते है, जिसके अन्तर्गत 06 माह तक केवल स्तनपान, 02 साल तक सतत स्तनपान तथा उसके बाद भी स्तनपान जारी रखने व पौष्टिक आहार से शिशु के शरीर को पर्याप्त पोषण तत्व मिलते है, जिससे उसका बेहतर शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक विकास होता है।


        आंगनबाडी कार्यकत्रियां एवं आशाएं पूरे माह भ्रमण करके माताओ को जागरूक करेंगी। इसके अलावा जिलाधिकारी ने निर्देशित किया है कि आंगनबाडी कार्यकत्रियां एवं आशाएं पोषण माह के दौरान महिलाओं को फल एवं हरी पत्तेदार सब्जियों के महत्व को भी बताएंगी तथा उन्हे अपने दैनिक आहार में सम्मिलित करने के लिए प्रेरित भी करेंगी। मौसमी फल, पत्तेदार सब्जी, बैंगन, टमाटर, पुदीना, गाजर, सहजन, एवं तुलसी आदि स्वास्थ्यवर्धक पौधों को लगाने का भी विशेष अभियान चलाया जायेगा। इस अभियान के अन्तर्गत आंगनबाडी केन्द्र एवं शासकीय भवन परिसरों में प्राथमिकता के आधार पर पौधरोपण होगा तथा लोगों को अपने आस-पास औषधीय पौधो को लगाने के लिए भी प्रेरित किया जायेगा। शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों में किचन गार्डन की स्थापना के निर्देश भी शासन स्तर से जारी किये गये है, ताकि बच्चो की मध्यान्ह भोजन में ताजी एवं पौषक तत्वो से भरपूर सब्जियां भोजन के रूप में मिल सके।


              जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा ने बताया कि भारत सरकार द्वारा सुपोषण को बढावा देने के लिए जारी किये गये विस्तृत दिशा-निर्देशों के अन्तर्गत व्यापक जागरूकता अभियान 07 सितम्बर से प्रारम्भ होगा, क्योंकि देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के दृष्टिगत 6 सितम्बर तक पोषण माह से सम्बंधित गतिविधियों को स्थगित कर दिया गया है।


अभियान की मुख्य थीम


30 सितम्बर तक चलने वाला अभियान 5 थीम पर संचालित है। इसमें नवजात शिशु की जन्म से लेकर पहले 1000 दिन तक देखभाल, ऊपरी पूरक आहार, दस्त से बचाव, एनीमिया की रोकथाम और स्वच्छता को शामिल किया गया है।


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