शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। आज श्रीराम काॅलेज के शिक्षक शिक्षा विभाग द्वारा हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में एक ऑनलाईन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें बीएड0 के विद्यार्थियों द्वारा स्वरचित कविता और कहानी की वीडियों अपलोड कर अपनी प्रतिभागिता प्रस्तुत की गयी। प्रतियोगिता में शिक्षक शिक्षा संकाय के 26 विद्यार्थियों द्वारा प्रतिभाग किया गया तथा एक से बढकर एक कविता/कहानी प्रस्तुत की गयी।
ऑनलाईन प्रतियोगिता में सर्वप्रथम श्रीराम काॅलेज की प्राचार्य डाॅ0 प्रेरणा मित्तल द्वारा विद्यार्थियों को हिन्दी दिवस के विषय में बताते हुए कहा कि 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा आजाद भारत की मुख्य भाषा के रूप में हिन्दी को पहचान दी गयी थी। वर्ष 1952 में पहली बार हिन्दी दिवस का आयोजन किया गया था तभी से यह दिन हिन्दी दिवस के रूप में मनाते चले आ रहें है। इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों एवं प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन कराया जाता रहा है, परन्तु इस बार कोरोना काल में ऑनलाईन प्रतियोगिता का आयोजन कराया जा रहा है। तत्पश्चात विद्यार्थियों को स्वप्रेरणा से कविता अथवा कहानी की वीडियों बनाकर अपलोड करने के लिए बताया गया। विद्यार्थियों द्वारा निर्धारित समय में अपनी-अपनी स्वप्रेरणा से कविता एवं कहानियों की वीडियों बनाकर अपलोड की गयी। निर्णायक मण्डल की संस्तुति के आधार पर बी0एड0 द्वितीय वर्ष की छात्रा प्रकृति कुलश्रेष्ठ ने प्रथम, रूचि गोयल ने द्वितीय, शिवानी और वृन्दा जैन ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। राजू और रीना के लिए सांत्वना पुरूस्कार घोषित किया गया।
ऑनलाईन प्रतियोगिता का संचालन शिक्षक शिक्षा विभाग की प्रवक्ता टीना अग्रवाल द्वारा किया गया। निर्णायक मण्डल में श्रीराम काॅलेज की प्राचार्या डाॅ0 प्रेरणा मित्तल, श्रीराम काॅलेज के निदेशक डाॅ0 आदित्य गौतम व आईक्यूएसी समन्वयक डाॅ0 विनीत कुमार शर्मा शामिल रहें। कार्यक्रम में विभाग के प्रवक्तागण जगमेहर गौतम, भानू प्रताप वर्मा, आएशा परवीन आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा।