दिल्ली-मेरठ-नोएडा हाईवे बंद, सड़कों पर किसान पी रहे हुक्का, देश भर से बंद की मिलीजुली खबरें


शि.वा.ब्यूरो, नई दिल्ली। केंद्र सरकार के द्वारा लाये गये तीनों कृषि बिलों का कई राजनीतिक दल और किसान संगठन विरोध कर रहे हैं। बिलों के विरोध में काफी दिनों से प्रदर्शन हो रहे हैं। आज दर्जनों संगठनों के भारत बंद का व्यापक असर देखने को मिला। किसानों ने राजनीति के गठजोड़ से देश प्रदेश के कई हाईवे जाम कर दिये और सड़कों पर बैठकर हुक्का गुड़गुड़ाया। किसानों के भारत बंद को कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों ने समर्थन भी दिया है।
हालांकि कृषि बिल के विरोध में आज आयोजित भारत बंद कई किसान संगठनों के द्वारा बुलाया था, लेकिन इसकी अगुवाई ऑल इंडिया किसान संघर्ष कॉर्डिनेशन कमेटी, ऑल इंडिया किसान महासंघ और भारतीय किसान यूनियन ने की। इस बंद के समर्थन में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, लेफ्ट, टीएमसी, डीएमके, टीआरएस समेत कुल 18 राजनीतिक दलों ने अपनी आवाज उठाई है। इनके साथ ही ब्प्ज्न्ए ।प्ज्न्ब्ए हिन्द मजदूर सभा समेत कुल दस केंद्रीय ट्रेड यूनियन ने भी अपना समर्थन बंद को दिया है।



कृषि विधेयकों के खिलाफ देशभर के किसानों ने आज भारत बंद का आयोजन किया। बंद का सबसे ज्यादा असर पंजाब और हरियाणा में देखने को मिला। पंजाब में अमृतसर, फरीदकोट समेत कई शहरों में किसान रेलवे ट्रैक पर डेरा जमाए रहे। किसानों के आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने पंजाब जाने वाली 13 जोड़ी ट्रेनों को पंजाब पहुंचने से पहले ही टर्मिनेट कर दिया था। इसके साथ ही 14 अन्य ट्रेनों को कैंसल कर दिया गया। 
जनपद में नगर अध्यक्ष शाहिद आलम व नगर महामंत्री राशिद कुरैशी रामपुर तिराहे पर चक्का जाम किया। वहां किसानों ने जमकर बवाल किया। जाम के चलते यातायात काफी देर तक प्रभावित रहा। इस दौरान पुलिस-प्रशासन की सांस अटकी रही और कड़ी धूप में अफसर पसीना बहाते नजर आये। तितावी के इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप पर भारतीय किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूर्ण सिंह के नेतृत्व में हजारों किसानों ने पानीपत-खटीमा मार्ग जाम किया। भारतीय किसान संगठन के जिला अध्यक्ष दीपक सोम ने सैकड़ों किसानों के साथ रतनपुर रोड पर चक्का जाम किया।



बता दें कि पंजाब में किसानों ने भारतीय किसान यूनियन और रिवॉल्यूशनरी मार्कि्सस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के बैनर तले जालंधर में फिल्लौर के पास अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाईवे को जाम कर दिया।
पंजाब के अमृतसर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। यहां किसान पिछले कई दिनों से कृषि बिल के विरोध में आंदोलन कर रहे थे। पंजाब के ही लुधियाना के लाडोवाल टॉल प्लाजा पर पुलिस प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए थे। वहां अतिरिक्त बल की तैनाती की गई, ताकि किसी अनहोनी से निपटा जा सके। लुधियाना पुलिस प्रशासन की मानें तो किसान नेताओं ने शांतिपूर्ण आंदोलन का भरोसा दिया था। राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी किसानों से अपील की थी कि वो राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखें और आंदोलन के दौरान भी सामाजिक दूरी का ख्याल रखें।
दिल्ली से सटे नोएडा में भी किसानों का विरोध-प्रदर्शन की हवा जमकर चली। किसानों ने दिल्ली-नोएडा-ग्रेटर नोएडा हाईवे जामकर दिया, जिससे आवाजाही प्रभावित रही। हालांकि नोएडा के डीसीपी ने दावा किया कि ट्रैफिक डायवर्ट कर देने की वजह से आम जनजीवन पर बंद का कोई असर नहीं पड़ा है।



दिल्ली-मेरठ हाईवे को भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओ ने जाम कर दिया और हाइवे पर ट्रैक्टर, ट्रालियां लाकर खड़ी कर दी। हाईवे पर बैठकर किसान हुक्का गुड़गुड़ाते नजर आए। इस दौरान किसानों ने मोदी सरकार मुर्दाबाद के जमकर नारे लगाए। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के  बागपत-बड़ौत-खेकड़ा-रमाला- टटीरी समेत विभिन्न जगहों पर भी भाकियू कार्यकर्ताओ ने चक्का जाम किया। सभी जगहों पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की थी।
उत्तर प्रदेश, पंजाब हरियाणा व एनसीआर के अलावा बिहार के पटना में नेता विपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने किसानों के भारत बंद का समर्थन करते हुए खुद ट्रैक्टर चलाया। इस दौरान उनके बड़े भाई तेज प्रताप ट्रैक्टर के ऊपर बैठे थे और पीछे राजद कार्यकर्ताओं का हुजूम चल नजर आया। बिहार के दरभंगा में राजद कार्यकर्ताओं ने भैंसों पर चढ़कर किसान बिल का विरोध किया। इसके साथ ही कर्नाटक में भी किसान एसोसिएशन से जुड़े लोगों ने कर्नाटक-तमिलनाडु को जोड़ने वाली हाईवे पर जमकर विरोध-प्रदर्शन करने की खबरे आयीं।


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