उम्मीद


प्रीति शर्मा असीम, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

 

जिंदगी उम्मीद पर टिकी है।  

परेशानियां ,

कितनी भी आ जाए ।

आने वाली हर खुशी की ,

उम्मीद पर टिकी है ।

 

जिंदगी उम्मीद पर टिकी है।

 आज बंद है जिंदगी।

 

 जिन हालात में,

 खौफ के इस मंजर में ,

कुदरत की होगी करामात।

इस उम्मीद पर टिकी है ।

 

अपनी आस का दीया,

 जलाए रखना ।

 

 वक्त बदलेगा ।

अपने सब्र के इम्तिहान में,

अपने हाथों में ,

आखिरी उम्मीद की ,

चिंगारी को टिकाए रखना।।

 

एक सीख है जीवन की।  

यह याद रखना।

 

 मौत की दौड़ में, 

 दौड़ के देख लिया।

 

 जिंदगी के ,

 असल ठहराव पर,

 टिकी है जिंदगी। 

 

हर नई उम्मीद पर टिकी है।

 

 नालागढ़ हिमाचल प्रदेश

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