शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर।भारतवर्ष में भाद्रमाह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि को कृष्ण जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। कोविड 19 की वर्तमान परिस्थितियों में जब सभी बच्चे कोरोना के कारण विद्यालय से दूर घरों में बंद हैं, स्कूल द्वारा उन्हें घर बैठे ही विभिन्न ऑनलाइन प्रतियोगिताओं में भाग लेकर यह पावन त्योहार मनाने का सफलतापूर्ण प्रयास किया गया, जिसके अन्र्तगत एलकेजी एवं यूकेजी कक्षाओं के बच्चों के लिए ऑनलाइन फैन्सी ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता के अन्तर्गत बच्चों को भगवान कृष्ण एवं उनके जीवन से संबन्धित विविध चरित्रों का स्वरूप धारण करना था। बच्चों द्वारा धारण किए गए राधा, कृष्ण, यशोदा आदि के स्वरूपों ने जहाँ एक ओर इस प्रतियोगिता को आकर्षक एवं जीवन्त बनाया, वहीं दूसरी ओर उनके द्वारा अपने-अपने चरित्रों को प्रस्तुत करने के लिए कहे गए कथनों ने सफलता के सूत्रों को भी प्रस्तुत किया। जिनमें धैर्यधारण करना, कभी हार न मानना, मित्रता निभाना तथा माता-पिता का आदर करना प्रमुख रूप से सम्मिलित थे। ऐसी विषम परिस्थितियों में भी बच्चों द्वारा घर से ही प्रस्तुत की गई प्रस्तुतियाँ वस्तुतः अद्भुत थीं।
विद्यालय की प्रधानाचार्य नीलम माहना ने बच्चों के प्रयासों की सराहना करने के साथ-साथ अभिभावकों के सहयोग के लिए धन्यावाद भी दिया। बच्चों के प्रोत्साहन के लिए विद्यालय ने उनकी वीडियोज़ को फेसबुक पर अपलोड करवाया और विजेता बच्चों के लिए पुरस्कारों का निर्धारण भी किया। प्रधानाचार्य नीलम माहना ने प्रतियोगिता को इस कथन से जोड़ा कि ’सीखने व सिखाने की कोई उम्र नहीं होती’, चाहे वे हमारे नन्हें-मुन्ने बच्चे ही क्यों न हो। यह प्रतियोगिता अपने उद्देश्य को पूर्ण करने में पूर्णतः सफल रही।