संजीबा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
नीजिकरण जब कर ही रहे तो,
मेरी इतनी अरज सुन ले लगे हाथ
संसद का भी निजीकरण कर दे
गरीब आदमी कर दिया हाय साहूकार हवाले
न्यू इण्ड़िया बनाने वाले
आदमी से बढ़के पैसा नहीं,
बस इतनी बात समझ ले
संजीबा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
नीजिकरण जब कर ही रहे तो,
मेरी इतनी अरज सुन ले लगे हाथ
संसद का भी निजीकरण कर दे
गरीब आदमी कर दिया हाय साहूकार हवाले
न्यू इण्ड़िया बनाने वाले
आदमी से बढ़के पैसा नहीं,
बस इतनी बात समझ ले