Homepoem निजिकरण के खिलाफ संजीबा की पुकार byHavlesh Kumar Patel -July 02, 2020 0 संजीबा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।नीजिकरण जब कर ही रहे तो,मेरी इतनी अरज सुन ले लगे हाथसंसद का भी निजीकरण कर देगरीब आदमी कर दिया हाय साहूकार हवालेन्यू इण्ड़िया बनाने वालेआदमी से बढ़के पैसा नहीं,बस इतनी बात समझ ले Tags poem Facebook Twitter