शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। श्रीराम ग्रुप ऑफ कालिजेज के सभागार में आज 15 दिवसीय ’फैकल्टी डवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। संक्रमण काल में सरकार एवं प्रशासन द्वारा जारी निति एवं निर्देशों का पालन करते हुये इस कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया। कार्यशाला का उददेश्य ऑनलाईन टीचिंग टैक्नोलाॅजी को सुगम और सुलभ बनाना तथा शिक्षक एवं विद्यार्थी को शिक्षा की नई तकनीकों से जोडना है। 16 जून से 30 जून 2020 तक चलने वाली इस कार्यशाला में शिक्षा के क्षेत्र में आनलाइन टीचिंग टैक्नोलाॅजी की बढती मांग एवं कोरोना संक्रमण काल में शैक्षिक सत्र को निर्बाध तरीके से चलाने के लिये अलग-अलग आनलाइन एवं डिजिटल एजूकेशनल मंच के संबंध में जागरूक किया जायेगा। जिससे शिक्षक द्वारा अध्यापन शैली में नवीनता तो आयेगी ही साथ ही विद्यार्थियों में सीखने की रूचि भी बढेगी साथ ही तकनीकी कौशल भी विकसित होगा। कार्यक्रम में सामाजिक दूरी के नियमों के अनुपालन के बीच विभिन्न संकायों के 33 प्रतिशत शिक्षकों ने उपस्थिति के साथ कार्यक्रम में शिरकत की।
कार्यक्रम का उद्धाटन श्रीराम काॅलेज के निदेशक डा0 आदित्य गौतम, प्राचार्य डा0 प्रेरणा मित्तल, श्रीराम इंजीनियरिंग काॅलेज के निदेशक डा0 आलेक ग्रुप्ता और श्रीराम काॅलेज ऑफ फार्मेसी के निदेशक डा0 गिरेन्द्र गौतम, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष रवि गौतम, डीन एकेडिमिक श्रीराम काॅलेज डा विनित शर्मा ने संयुक्त रूप से कियां। इस अवसर पर आज के सत्र के मुख्य वक्ता श्रीराम काॅलेज आफ फार्मेसी के निदेशक डा0 गिरेन्द्र गौतम रहे। उन्होंने तकनीकी सत्र में अपने व्याख्यान में वर्तमान दौर में आनलाइन शिक्षण की महती आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होेने उपस्थित शिक्षकों से कहा कि कोविड-19 के शुरूआती दिनों में शिक्षकों ने घर रहते हुये मोबाइल द्वारा छात्र-छात्राओं की वीडियों द्वारा जानकारियाॅं साझा की। इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली। आज हम एक ऐसे मोड पर खडे है जहाॅं नया सत्र 2020-21 नई चुनौतियों के साथ हमारे द्वार पर दस्तक दे रहा है। आज हमें निर्णय लेना है कि क्या हम अपने वीडियों -मेकिंग को और संवर्धित करना चाहेंगे या पहले की तरह बने बनाए क्लासरूम माॅडल पर ही भरोसा जताएगे।
श्रीराम काॅलेज की प्राचार्य डा0 प्रेरणा मित्तल ने अपने व्याख्यान में कहा कि हमारे शिक्षकगण ने इस कठिन समय में विभिन्न आनलाइन पेटिल्स पर न केवल छात्र-छात्राओं को समय से सिलेबस पूरा कराया बल्कि गूगल क्लासरूम, जूम एप पर टयूटोरियल्स भी सफलतापूर्वक कराए। विभिन्न वेबपोर्टल्स पर अनेंको ऐसे टूल्स है जिनको यदि सभी शिक्षक पूरी तरह जान लें और प्रयोग में लाए तो न केवल डेस्कटाॅप का बेहतर इस्तेमाल हो पायेगा बल्कि व्याख्यान द्वारा प्रेषित किये जाने वाले शिक्षक-प्रशिक्षु संवाद को नये आयाम मिलेंगे।
श्रीराम इंजीनियरिंग काॅलेज के निदेशक डा0 आलोक गुप्ता ने अपने उदबोधन में कहा कि संस्थान में शीध्र ही जर्नलिज्म विभाग के निर्देशन में एक अत्याधुनिक वीडियों लेक्चर रिकाडिंग स्टूडियों प्रस्तावित है। इसके शुरू होने के बाद संस्थानों के सभी शिक्षक अपने लेक्चर्स को तकनीकी कौशल के पंखो से परवान चढा लेंगे।
निदेशक डा0 आदित्य गौतम ने सभी का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि चूंकि सभी शिक्षकों की इस दौर में उपस्थिति संभव नहीं है, अतः आफ एक तिहाई से भी कम लोग जुड पाए है, फिर भी आने वाले दिनों में इस कार्यक्रम को आनलाइन वेबपोर्टल द्वारा सुचारू रूप से जारी रखा जाएगा, जिससे न केवल शिक्षकगण अगले सत्र के लिये प्रशिक्षित हो जाये, बल्कि नवप्रवेशित छात्र-छात्राओं की निर्बाध रूप से आनलाइन कक्षाएं भविष्य में कराए जाने के लिये सही तैयारियाॅं सुनिश्चित हो जाएं।
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