शि.वा.ब्यूरो, प्रतापगढ़। अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा की कोर कमेटी द्वारा 23 मई को लिए गये फैसले के अनुरूप 9 जून को दबंग व अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों द्वारा गरीब किसान परिवार पर कातिलाना हमला करके गम्भीर रूप से हानि पहुंचाने से पीड़ित गरीब कुर्मी किसान परिवार से मिलकर उन्हें न्याय दिलाने के लिए कमर कस ली है। पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता भी प्रदान की गयी है। अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा द्वारा समाज के पीड़ित किसान को मदद उपलब्ध कराने के प्रयास की सभी मुक्त कंठ से प्रसंसा कर रहे हैं।
बता दें कि पीडित परिवार की मदद के लिए एक प्रतिनिधि मंडल गोविंदपुर, परसद और फत्तुपुर गाँव में घटना स्थल पर पहुंचा था, जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश कुमार कटियार और उत्तर प्रदेश ईकाई के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व सांसद बाल कुमार पटेल ने किया था। प्रतिनिधि मंडल में सदानंद पटेल, मान सिंह पटेल, आनन्द प्रकाश कटियार, अनिल कटियार, ई.आरबी सिंह, पूर्व विधायक राम सिंह पटेल, दिनेश कुमार कटियार, नरेन्द्र चैधरी, अमृत लाल पटेल, बिक्रम पटेल, दीपक कुमार पटेल, शिवनायक पटेल, छोटेलाल पटेल, दिलीप चैधरी, योगेन्द्र प्रसाद, राहुल चैधरी, राजेन्द्र चैधरी, डाॅ सुनील पटेल, विशेश्वर पटेल, संजयराज पटेल, रामखिलावन पटेल, सुभाष पटेल, गिरिधारी पटेल सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे थे। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष ने पीड़ित कुर्मी किसान परिवार को न्याय दिलाने के लिए हर तरह से मदद करने का भरोसा दिया तथा पीड़ित परिवार को 2 लाख 15 हजार रुपये के चेक अलग-अलग नामों से सौंपा।
पीड़ित के नाम व सहायता राशि
अमरावती, रामखिलावन, अनीता वर्मा, करमा देवी, गुड्डी वर्मा, दुर्गा देवी, राजवली, रामाशंकर, पाली देवी व सूबेदार को दस-दस हजार, फुलगेना देवी, सुनीता, जहावती देवी, रामपाल वर्मा व उर्मिला देवी को बीस-बीस हजार व राजकुमारी देवी को 15000 प्रदान किये गये।
पीड़ित कुर्मी किसान परिवार को आर्थिक मदद करने के लिए सहायता करने वाले अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों के नाम
सर्वेश कुमार कटियार (राष्ट्रीय अध्यक्ष) ने 50,000, डा.प्रेमलता राही, (राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष), पीपी सिंह (कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष), अरविन्द कुमार सिंह (राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष), कुलदीप सिंह सचान ने ग्यारह-ग्यारह हजार व ई. आरबी सिंह (सदस्य पिछड़ा वर्ग आयोग उप्र) ने दस हजार का नकद सहयोग दिया।
इसके साथ ही अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा उत्तर प्रदेश ईकाई के प्रदेश अध्यक्ष बाल कुमार पटेल द्वारा दानदाताओं से जमा कराई गई धनराशि
गिरीधारी पटेल व छोटू पटेल ने तीस-तीस हजार, संजयराज पटेल व सुभाष पटेल ने दस-दस हजार, डाॅ रमा, विश्वनाथ पटेल, प्रकाश पटेल, द्वारिका पटेल व अनिल पटेल ने पांच-पांच हजार का सहयोग दिया।
ज्ञात हो कि 22 मई 2020 को कुर्मी किसान परिवार के खेत में ब्राह्मण जाति के अनिल तिवारी और अन्य ब्राह्मण जाति के लोगों ने गाय के द्वारा फसल चराकर बर्बाद करने के कारण विवाद उत्पन्न हो गया था, लेकिन स्थानीय लोगों ने बाद में दोनों पक्षों में सुलह कराने के बाद भी दबंगों ने कुर्मी जाति के एक दर्जन से ज्यादा घरों में आग लगाकर अनाज, मवेशी और अन्य कीमती सम्पति को जला डाला था। इतना ही नहीं स्थानीय विधायक व प्रदेश सरकार में मंत्री मोती सिंह की शह पर अखिल भारतीय कूर्मि क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश कुमार कटियार, प्रदेश अध्यक्ष बाल कुमार पटेल समेत महासभा के 26 अन्य पदाधिकारियों पर पुलिस ने सिर्फ इसलिए केस दर्ज कर दिया कि इन्होंने घटना स्थल पर जाकर पीड़ित परिवार की आर्थिक सहायता क्यों की? इस प्रकार पीड़ित परिवार की मदद करने वाले करीब 500 लोगों पर सरकार केस दर्ज करा चुकी है।
जानकारों की मानें तो प्रतापगढ़ प्रकरण ने कुर्मी समाज में नव चेतना का काम किया है। इस घटना से कुर्मि समाज के लोगों में रोष है और न्याय पाने के लिए सड़कों पर उतरने को तैयार हैं। यदि प्रदेश सरकार ने समय रहते पीड़ित को न्याय और अपराधियों को दण्ड़ देने का काम नहीं किया तो दो वर्ष बाद आने वाले विधानसभा चुनाव में यह मुद्दा गर्मा सकता है, जो निश्चित रूप से भाजपा पर भारी पड़ सकता है।