शि.वा.ब्यूरो, शामली। सीओ से झड़प के बाद बहुजन मुक्ति पार्टी (बीएमपी) के महासचिव कामिल तेवडा के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज किया गया है।
मामला जनपद के टपराना गांव का है, जहां कई दिन पूर्व किसी मामले में पुलिस ने गांव टपराना के एक मुस्लिम परिवार में वांछित चल रहे व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी थी, लेकिन वांछित के नहीं मिलने पर घर में जबरदस्ती घुस कर तोड़फोड़ करने के साथ ही औरतों व बच्चों को बेरहमी से पीटा था। आरोप है कि जब आसपास के लोगों ने विरोध किया तो पुलिस ने उन पर लाठियों से हमला करके उनके हाथ पैर तोड़ दिए थे।
पुलिस की कथित ज्यादती की सूचना पर बहुजन मुक्ति पार्टी (बीएमपी) के महासचिव मौ.कामिल तेवडा गुप्त तरीके से पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे और पीड़ितों को संबोधित करते हुए कहा कि यह वक्त घबराने का नहीं, बल्कि हिम्मत से जुल्म के खिलाफ आवाज उठाने का है। उन्होंने कहा कि इस वक्त कौम को सहारे की जरूरत है, परन्तु कौम के कथित लीडर कहीं दिखाई नहीं दे रहे हैं। पुलिस को जब तक उनके गांव पहुंचने की खबर लगी, तब तक वह गांव से निकल चुके थे, परंतु पुलिस ने रास्ते में ही घेराबंदी करके मौ.कामिल को हिरासत में ले लिया। इस दौरान मौ.कामिल की सीओ से तीखी नोकझोक भी हुई। पुलिस ने उनके खिलाफ लॉकडाउन तोड़ने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उन्हें छोड़ दिया।