शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। फाइनेंसरो द्वारा लॉकडाउन से जूझ रहे गरीब कर्जदारों को ऋण वसूली के लिए परेशान किया जाने लगा है। पिछले दो माह से चल रहे लॉकडाउन में छोटे व्यवसायियों की काफी फजीहत हुई है। ऐसे में घर का ही खर्च चलाने में गरीब बुरी तरह से परेशान हैं। ऊपर से फाइनेंसरो द्वारा उन पर ऋण वसूली के लिए काफी दबाव बनाया जा रहा है। लॉकडाउन के दो चरणों तक तो फाइनेंसर शांत बैठे रहे। लेकिन तीसरे चरण के शुरू होते हीं फाईनेंसरो द्वारा ऋण वसूली के लिये दबाव ऋण धारकों पर बनाया जाने लगा है। जबकि कई फाइनेंसर घर- घर जाकर किस्त देने या फिर सभी राशि का ब्याज जोड़ कर एक मुश्त वसूली की धमकी दे रहे हैं।
सूत्रों की माने तो फाइनेंसर 8 से 10 % मासिक ब्याज वसूल रहे है। इतना ही नहीं शहर के अधिकतर फाइनेंसरो के पास कोई लाइसेंस ही नहीं है। प्रशासन ने सख्त हिदायत देते हुए कहा है कि अगर कोई फाइनेंसर इस समय क़र्ज़ वापिस लेने के लिए दबाव बनता है तो उसके खिलाफ कड़ी क़ानूनी कार्यवाही की जायगी और उसका लाईसेंस निरस्त कर उसे जेल भेजने का काम किया जायेगा।
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