महाराजा अग्रसेन भवन पर अग्र भागवत कथा का शुभारंभ, A to Z मंदिर से भवन तक निकली कलश यात्रा


शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। आज पहली बार अग्र भागवत कथा का कलश शोभायात्रा, पूजा-पाठ, बैंड-बाजों के साथ शुभारंभ हुआ। मुजफ्फरनगर की पहली देश की 98 वी अग्र कथा में वैश्य समाज के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लियाकथा व्यास परम पूज्य आचार्य विष्णु प्रसाद शास्त्री ने महाभारत एवं रामायण से अग्र कथा जोड़ते हुए जीवन के हर पहलू को दर्शाया। जो देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रखते हैं। महाराजा अग्रसेन स्मारक ट्रस्ट रजिस्टर्ड द्वारा आयोजित श्रीअग्रभागवत कथा का शुभारंभ, आगरा से पधारे, अग्रोहा विकास ट्रस्ट द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित कथा व्यास परम पूज्य आचार्य विष्णुदास शास्त्री महाराज जी के सानिध्य में सोमवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई।


अग्रवाल समाज के अग्रिन लोगों ने पूरे समाज को एक साथ जोड़कर महाराजा अग्रसेन मार्ग पर विशाल महाराज अग्रसेन भवन बनाया है, जो जरूरतमंद लोगों के लिए कथा, योग, प्रोग्राम, रिंग सेरेमनी, शोक सभा, जन्मोत्सव, प्रवचन आदि के लिए अग्र भागवत कथा के पश्चात 22 मार्च 2020 को खोल दिया जाएगा। बैंड-बाजे के साथ ए-टू-जेड कॉलोनी स्थित शिव मंदिर से शुरू हुई। कलश यात्रा में मुख्य यजमान श्री सत्यप्रकाश मित्तल जी (श्रीअग्रभागवत लिए हुए) सपत्नी श्रीमती पुष्पा मित्तल (कलश लिए हुए) एवं अन्य यजमान और बड़ी संख्या में महिलाएं सिर पर कलश लिए हुए चल रही थी। कलश यात्रा महाराजा अग्रसेन के नवनिर्मित विशाल महाराजा अग्रसेन भवन स्थित कथा पंडाल में पहुंची। अध्यक्ष सत्यप्रकाश मित्तल के नेतृत्व में सी00 अजय अग्रवाल, पुरुषोत्तम सिंघल, प्रदीप गोयल, सत्यप्रकाश रेशू, अचिन कंसल, संजय गुप्ता आदि ने सपरिवार भाग लिया



यह कथा शास्त्री की भारत में 98वी कथा है। श्रीअग्रभागवत कथा के प्रथम दिन देवलोक चर्चा, महाराजा अग्रसेन जी के जन्म आदि के बारे में बताया गया। अग्रकथा की महिमा का वर्णन करते हुए कथावाचक ने कहा कि यह कथा भक्ति के साथ समत्व का भाव उत्पन्न करने वाली है। यही भाव यदि हम सबमे जागृत हो जाए, तब ना तो पर्यावरण नष्ट होगा, ना जल अशुद्ध होगा, ना पशु-वध होगा और ना ही कोरोना जैसी महामारी फैलेगी। भगवान् अग्रसेन जी का प्राकट्य वैमनस्य को दूर करके प्रेम की गंगा प्रवाहित करने वाला है। कथा व्यास ने आज देवलोक की चर्चा करते हुए महाराजा अग्रसेन के जन्मोत्सव की कथा सुनाई। जिसे पुरुष एवं महिलाओं ने पूरे ध्यान से सुन कर अपने जीवन में उतारने का निर्णय लिया बड़ी संख्याओं में महिलाओं ने अपने बच्चों में महाराजा अग्रसेन के संस्कार देने की बात को दोहराया।



इस अवसर पर सीए अजय अग्रवाल, योगेंद्र मित्तल, प्रदीप गोयल, पुरुषोत्तम सिंहल, विनोद सिंहल, श्याम लाल बंसल, तेजराज गुप्ता, संजय गुप्ता, आशुतोष कुचक्षल, सत्यप्रकाश रेशू, योगेश भगत जी, मित्रसेन अग्रवाल आदि मुख्य रूप से सैकड़ों की संख्या में उपस्थित थे।


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