शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए 14 अप्रैल तक पूरे देश में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है। ऐसे में सभी विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थान भी बंद होने के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई पर भी ब्रेक लग गया है। जिसके चलते छात्र छात्राओं की शिक्षा पर बुरा असर पड रहा है। इस परेशानी को ध्यान में रखते हुए श्री राम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज ने एक सकारात्मक कदम उठाया है। श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के समस्त शिक्षक घर पर रहते हुए ‘वर्क फ्रॉम होम’ के द्वारा अपने सभी छात्र-छात्राओं को उनके पाठ्यक्रम के अनुरूप ई-लेक्चर के माध्यम से शिक्षा प्रदान कर रहे हैं ताकि सभी छात्र-छात्राएं अपनी पढाई जारी रख सकें। इसके आलावा छात्र छात्राओं को ई-असाइनमेंट भी दिए जा रहे हैं। श्री राम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के द्वारा उठाये गए इस सकारात्मक प्रयास के चलते सभी छात्र इस सुविधा का भरपूर फायदा उठा रहे हैं।
श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के निदेशक डॉ0 आलोक गुप्ता ने बताया कि विद्यार्थियों की पढ़ाई न छूटे इसके लिए सभी शिक्षक अपने स्वयं के लेक्चर्स को ऑनलाइन रिकॉर्ड कर रहे हैं और व्हाट्सप्प पर अपलोड कर रहे हैं। यह व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि लॉकडाउन के दौरान विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित न हो। विद्यार्थी इन लेक्चर्स को एप के द्वारा भी सुन सकते हैं। अब महाविद्यालय के शिक्षक ट्यूटोरियल रिकॉर्ड करके अपलोड कर रहे हैं।
श्रीराम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के चेयरमैन डॉ0 एससी कुलश्रेष्ठ ने बताया कि विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने हेतु विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफार्मो का उपयोग करके उनकी शिक्षण व्यवस्था को सत्त एवं प्रभावी बनाया जा रहा है। टी0सी0एस0 डिजिटल आयन डिजिटल ग्लास रूम मोबाइल एवं वेब बेस्ड प्लेटफार्म, ऐआईसीटीई (एनईऐटी) प्लेटफार्म एवं एम०ट्यूटर डिजिटल ई-लर्निंग प्लेटफार्म के साथ-साथ विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा बताये गये इंफॉरमेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी (आईसीटी) का प्रयोग करते हुए ऑडियो-वीडियो और टेक्स्ट कंटेट हासिल करने के लिए स्वयं ऑनलाइन कोर्स, यूजी-पीजी मूक्स, ई-पीजी पाठशाला, ई-कंटेंट कोर्सवेयर फॉर यूजी, स्वयंप्रभा, सीईसी-यूजीसी यू-ट्यूब चैनल, नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी शोध गंगा, ई-शोध सिंधु; विद्वान का उपयोग किया जा रहा हैं।
डीन साक्षी श्रीवास्तव ने बताया कि संस्थान के चेयरमैन ने सभी शिक्षकों को सन्देश भेजकर उन्हें इस दिशा में न केवल आवश्यक निर्देश दिए हैं, बल्कि नए एप्स के अधिकाधिक प्रयोग द्वारा ,कोरोना महामारी और लॉक डाउन के दौरान विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए घर रहते हुए भी सतत प्रयासरत रहने की जरूरत पर बल दिया है। कंप्यूटर साइंस एवं इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रो0 पवन कुमार गोयल ने बताया कि विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने हेतु विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफार्मो का उपयोग भी किया जा रहा है जैसे टी0 सी0 एस0 डिजिटल आयन डिजिटल क्लास रूम मोबाइल एवं वेब बेस्ड प्लेटफार्म, ऐआईसीटीइ (एनईऐटी) प्लेटफार्म पर ई-कंटेंट द्वारा एवं एम० ट्यूटर डिजिटल ई-लर्निंग प्लेटफार्म आदि। उनके द्वारा भी यूट्यूब एवं व्हाट्सप्प के माध्यम से छात्रों को वीडियो लेक्चर्स भेजने शुरू कर दिए हैं ।
इस सम्बन्ध में सिविल इंजीनियरिंग की प्रोफेसर सुम्बुल रानी ने फोन पर बताया कि वीडियो शूट करने का अनुभव बहुत सुखद था. वीडियो बनाते हुए यही प्रयास था कि छात्रों को विषय का ज्ञान उसी प्रकार पहुंचे जिस प्रकार कक्षा में अध्यापन के दौरान।
श्रीराम पोलीटेक्निक के शिक्षक देवेश सैनी का कहना था कि उन्हें उम्मीद भी न थी कि उन्हें अपने विडियो बनाने का अवसर प्राप्त होगा और मुझे अपने भीतर के एक नए कौशल की खोज करने का मौका मिला।
कम्प्यूटर इंजीनियरिंग के छात्र अभय, वरुण, आकांशा ने भी अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने बताया कि वह अपने कॉलेज के दोस्तों और शिक्षकों को बहुत मिस कर रहे हैं। ऑनलाइन वीडियो से वह काफी खुश लगे, उन्होंने कहा कि यों तो पुस्तकें भी सीखने के लिए बढियाँ रहती है, पर यदि अपने शिक्षक ऐसे में हमारे लिए कुछ अतिरिक्त प्रयास कर रहे हैं तो उनके लिए श्रद्धा का भाव उमड़ उठता है। वीडियो लेक्चर्स के साथ रोजाना छात्रों को होमवर्क भी दिया जा रहा है। कुछ लेक्चर्स के वीडियो शिक्षकों द्वारा व्हाट्सप्प एवं ईमेल के माध्यम से भेजे जा रहे हैं। छात्रों ने बताया उनके अभिभावक श्री राम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के शिक्षकों के इस प्रयास की सराहना करते हुए संस्था का धन्यवाद ज्ञापित कर रहे है।
इस प्रयास को सफल बनाने में श्रीराम ग्रपु आॅफ काॅलिजेज के समस्त शिक्षकों का विशेष सहयोग रहा है क्योंकि संकट के समय में समाज के विभिन्न वर्गों के बीच सुचारु समन्वय बनाये रखने के लिए शिक्षक हमेशा तत्पर रहते हैं।