होली


राज शर्मा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

 

यूं तो एक बहाना है हर वर्ष होली के आने का ।

चेहरे में नकाब पहने रंग सबका अलग अलग ।।

 

यूं तो फीका ही रंग हर बार होली के गुलाल का।

रंगे कभी रूह तो जीवन भर की होली हो जाए ।।

 

रंगे ये धरती इस कदर चेहरों की क्या बात करें ।

जिंदगी की हर होली वृंदावन में प्रेम सौगात करें।।

 

बहाना बना रहे होली का रंग लगा बैठे तेरी यादों में ।

असल में हर पल रहते हैं तेरी यादों रंगीन सपनों में ।।

 

संस्कृति संरक्षक, आनी कूल्लु हिमाचल प्रदेश

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