( डॉ.राजेश पुरोहित), शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
हज़ारों सवालात दिल मे न रखिये
तहजीब को तुम ताक में न रखिये
यूँ ही नहीं मिलता अपनों का साथ
बुजुर्गों को अपनों से जुदा न रखिये
बदलते दौर में रिश्ते तार तार हो रहे
खुदगर्जी के रिश्ते हरगिज न रखिये
जो करते वतन की हिफाजत दोस्तों
उनसे "राजेश"कभी दूरियां न रखिये
भवानीमंडी, राजस्थान
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