पोर्न बेन के बाबजूद इंटरनेट पर वेब सीरीज के माध्यम से भारत में अश्लील कंटेंट खुलेआम परोसा जा रहा है। 2015 में प्रधानमंत्री मोदी सरकार ने 857 पोर्न वेबसाइट ब्लॉक करने के आदेश दिए था और केंद्र सरकार ने प्रोवाइडर्स को 857 पोर्न साइट्स को ब्लॉक करने के आदेश भी दिए थे।
बता दें कि इंदौर के वकील कमलेश वासवानी ने एक पीआईएल सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर सभी पोर्न साइट्स पर बैन लगाने की मांग की थी, जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ने पोर्न साइटों पर बैन लगाने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि कोई किसी को चार दीवारों के पीछे पोर्न देखने से कैसे रोक सकता है। चीफ जस्टिस एचएल दत्तु ने बैन से इनकार करते हुए कहा था कि कोर्ट की ओर से पास ऐसा कोई अंतरिम आदेश आर्टिकल 21 का उल्लंघन है, जो किसी भी नागरिक को व्यक्तिगत स्वतंत्रता देता है। अगर ऐसा होता है तो कल को कोई भी वयस्क आकर यह कह सकता है कि आप मुझे मेरे कमरे में चारदीवारी के अंदर पोर्न देखने से कैसे रोक सकते हैं? लेकिन तमाम अटकलों के बाद केंद्र सरकार ने प्रोवाइडर्स को 857 पोर्न साइट्स को ब्लॉक करने के आदेश दिए थे। सबसे मशहूर 13 में 11 ऐसी वेबसाइट्स के एक्सेस को चुपके से आदेश होने से पहले ही बंद कर दिया गया था। दूसरी तरफ पोर्न साइट्स ब्लॉक होने से देशभर में इंटरनेट यूजर्स में खासी नाराजगी भी हुई और उन्होंने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया के जरिए विरोध जताना शुरू कर दियाह था।
दिलचस्प ये है कि सरकार की ओर से पोर्न वेबसाइट्स को बैन करने का फैसला तब आया, जब सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा करने से इनकार कर किया था, लेकिन पोर्न बेन के बाबजूद इंटरनेट पर वेब सीरीज के माध्यम से भारत में खुलेआम अश्लील ( पोर्न ) कंटेंट परोसा जा रहा है। इंटरनेट पर आजकल डिजिटल मिडिया का चलन बहुत तेजी से बढ़ रहा है, जिसमे आजकल मुख्य प्लेटफॉर्म में है उल्लू, अमेजन प्राइम, नेटफ्लिक्स, जी-फाइव, हॉटस्टार, Voot, ALTBalaji, मेक्सप्लेयर आदि बहुत सारी साइट्स और एप है, जहां विदेशी वेब सीरियल को हिंदी और अलग भाषा में डब कर पब्लिश करते है। साथ ये ये सभी प्लेटफॉर्म अपने ओरजिन वेब सीरियल के साथ साथ मूवी भी बनाते है और अलग अलग प्रडोक्शन हॉउस में बने मूवी और सीरियल खरीदते है, जिन्हे इन प्लेटफॉर्म को सब्स्क्राइब कर देख सकते है इन प्लेटफॉर्म पर मौजूद कुछ एक सीरियल को छोड़ दे तो इनपर मिलने वाले कंटेंट सिर्फ अश्लीलता पर निर्भर है या यु कहे की सीधे सीधे सी ग्रेड टाइप से भी नीचे की सामग्री है जो बिल्कुल पोर्न है। इन साइट्स पर आपको सेक्स मटेरियल के अलावा कुछ नहीं मिलेगा, चाहे वो एकता कपूर के ALTBalaji aap पर चलने वाले सीरियल गन्दी बात (1.2.3.4.सीजन ), बॉय गिरी, देव डी डी, क्लास ऑफ़ 2017, ट्रिपल एक्स, बॉय कम ना, अपरहण, रागनी एमएमएस रिटर्न ,………!
उल्लू एप्प पर मिलने वाले सभी कंटेंट पोर्न मसले पर निर्भर है। उनमे से कुछ एक है,पांचाली,चरमसुख, जूली, मोना होम डिलीवरी, द चॉइस, गल्ली ग्लोचु गर्ल्स 3 g …….! ऑन लाइन दिखाई जाने वाली वेब सीरीज पर जिस तरह की सामग्री परोसी जा रही है। उसको लेकिन प्रभावी नियमन बेहद जरूरी है।