मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। असम राइफल्स ने मणिपुर के नोनी जिले के कांबिरोन गाँव में प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी हैपो जादोनांग की जयंती मनाई ताकि इस महान स्वतंत्रता सेनानी की विरासत को सम्मान दिया जा सके। यह कार्यक्रम भारत में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध उनके साहसी संघर्ष को श्रद्धांजलि थी। 1905 में जन्मे, हैपो जादोनांग एक आध्यात्मिक नेता, समाज सुधारक और राजनीतिक नेता थे जिन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के विरुद्ध लड़ाई लड़ी। उन्होंने हेराका धार्मिक आंदोलन की स्थापना की, जिसका उद्देश्य प्राचीन नागा धर्म को पुनर्जीवित करना और नागा लोगों के बीच एकता को बढ़ावा देना था।
इस समारोह में बच्चों द्वारा हाइपो जादोनांग के योगदान पर विभिन्न भाषण दिए गए, जिसके बाद हाइपो जादोनांग के जीवन और उपलब्धियों को याद करने के लिए प्रार्थना और मोमबत्ती जलाई गई। हाइपो जादोनांग की कहानी कई लोगों के लिए प्रेरणा है और उनकी विरासत का जश्न पूरे देश में मनाया जाता है। जयंती समारोह ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में हाइपो जादोनांग के बलिदान और योगदान तथा राष्ट्र के इतिहास पर उनके स्थायी प्रभाव की याद दिलाई।