मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। सिलचर सिविल अस्पताल आधुनिकीकरण मांग समिति के प्रतिनिधिमंडल ने अस्पताल में विकास और सेवाओं के संवर्द्धन के संबंध में संयुक्त स्वास्थ्य निदेशक को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि 29 नवंबर, 2022 को कैबिनेट की बैठक में सबसे पहले 146 करोड़ रुपये की लागत से अस्पताल के आधुनिकीकरण का प्रस्ताव पारित किया गया था। नवंबर 2023 में 300 बिस्तरों वाले आधुनिक अस्पताल के निर्माण के लिए भू-सर्वेक्षण पूरा किया गया। फरवरी 2024 में सर्वेक्षण रिपोर्ट सौंपते हुए राइट्स लिमिटेड ने आधुनिक सुविधाओं से युक्त बुनियादी ढांचा बनाने के लिए औपचारिक रूप से सरकार के समक्ष अपनी रुचि व्यक्त की। बाद में सरकार ने 150 बिस्तरों वाला आधुनिक अस्पताल बनाने का निर्णय लिया।
उन्होंने मांग की कि यदि आवश्यक हो तो काम को चरणबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जाना चाहिए और आम जनता की चिकित्सा सेवाएं जारी रहनी चाहिए। समिति ने यह भी उल्लेख किया कि यद्यपि यह असम के एक महत्वपूर्ण शहर के केंद्र में स्थित है, सिलचर सिविल अस्पताल में कई विभागों की कमी है। हालांकि कुछ विभाग हैं, लेकिन पर्याप्त डॉक्टर नहीं हैं। विशेष रूप से, हालांकि मानसिक बीमारी वर्तमान में एक आम समस्या है, लेकिन इसका इलाज करने और इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अस्पताल में कोई मनोचिकित्सक नहीं है। इस समस्या को हल करने के लिए एक मनोचिकित्सक की नियुक्ति करने का अनुरोध किया गया था। इसके अलावा बुनियादी ढांचे के बावजूद नेत्र विभाग में विशेषज्ञ चिकित्सक की कमी के कारण नियमित उपचार उपलब्ध कराना संभव नहीं है। इस समस्या के समाधान के लिए नेत्र रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति की मांग की गई। इसी तरह अस्पताल के ब्लड बैंक में 24 घंटे सेवा सुनिश्चित करने के लिए दो-दो लैब सहायक और एक-एक अनुभवी नर्स की नियुक्ति का प्रस्ताव रखा गया। साथ ही मेडिकल छात्रों के लिए इंटर्नशिप शुरू करने की मांग दोहराई गई। समिति ने अस्पताल में एमआरआई मशीन लगाने के निर्णय की सराहना की और संयुक्त निदेशक से इसे जल्द से जल्द लागू करने का अनुरोध किया। इस ज्ञापन की एक प्रति कछार जिले के जिलाधिकारी और अस्पताल अधीक्षक को भी भेजी गई। समिति की ओर से शहर के प्रमुख नागरिक हरिदास दत्ता, कमल चक्रवर्ती, दीपांकर चंदा, खालिदा बेगम, मधुसूदन कर और नंदलाल साहा ने दिन के एजेंडे में भाग लिया।