शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। सावन माह की पावन शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा का जुनून भक्तों के सिर चढ़कर बोलने लगा है। इसी श्रद्धा और सेवा की भावना के साथ मुज़फ्फरनगर स्थित गंगा प्लाज़ा मार्केट, मेरठ रोड पर 17 जुलाई 2025 से एक बार फिर कांवड़ियों के लिए विशाल सेवा शिविर का आयोजन होने जा रहा है। अखिल भारत हिंदू महासभा लक्ष्मी नगर एवं अखिल भारतीय हिंदू एकता दल के संयुक्त तत्वावधान में लगने वाला यह सेवा शिविर इस वर्ष अपने 18वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। यह शिविर गुरुवार दोपहर 1:00 बजे विधिवत पूजन-अर्चन के साथ आरंभ होगा और प्रभु की इच्छा तक लगातार संचालित किया जाएगा। शिविर की संपूर्ण जिम्मेदारी वरिष्ठ हिंदू नेता सुरेंद्र मित्तल के पास है, जो कई वर्षों से इस कार्य में जुटे हुए हैं और अपनी टीम के साथ 24 घंटे सेवा में तत्पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि यह सेवा शिविर महज़ आयोजन नहीं बल्कि एक श्रद्धा पर्व है, जिसमें हर शिवभक्त की सेवा ही हमारा धर्म है। 18 वर्षों से लगातार चल रही यह परंपरा आज पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कांवड़ सेवा का सबसे बड़ा और विश्वसनीय केंद्र बन चुकी है।
शिविर में कांवड़ियों को पूरी तरह नि:शुल्क भोजन, पेयजल, चिकित्सा सहायता, दवाइयां, जलपान और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। देश के कोने-कोने से आने वाले शिवभक्तों की सेवा के लिए आयोजक मंडल ने दिन-रात तैयारी की है और व्यवस्था को शत-प्रतिशत सुचारु रखने के लिए विशेष निगरानी टीम गठित की गई है। इस धार्मिक व सामाजिक महाआयोजन में कई प्रमुख संस्थाएं भी सहयोग प्रदान कर रही हैं। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापारी सुरक्षा संगठन, श्री खाटू श्याम जी सेवा संघ परिवार, श्री बालाजी परिवार सेवा संघ, जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (रजि.), जस समता पार्टी (जसपा) जैसी संस्थाओं ने अपने संसाधनों और सेवकों के माध्यम से आयोजन को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाई है। विगत 17 वर्षों में इस सेवा शिविर ने लाखों कांवड़ यात्रियों को सेवा प्रदान कर दिल जीत लिया है और इस बार भी उत्साह चरम पर है। हर दिन हजारों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना को देखते हुए आयोजन स्थल को भव्य तरीके से सजाया गया है। भक्ति संगीत, भगवा झंडे, शिव भजनों की ध्वनि और सेवा कर्मियों की तत्परता शिविर को एक धार्मिक मेले में बदल देती है। यह आयोजन केवल एक शिविर नहीं बल्कि भक्ति और भारतीय संस्कृति के जिंदा उदाहरण के रूप में देखा जाता है।
कांवड़ यात्रा के दौरान भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से आयोजकों ने विशेष योजना बनाई है। शिविर में 24 घंटे मेडिकल सहायता, आपातकालीन सेवा, स्वच्छता, ट्रैफिक व्यवस्था, और जल आपूर्ति के प्रबंधों पर भी खास ध्यान दिया गया है। हर छोटी से छोटी जरूरत को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो। आयोजन स्थल पर आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने, विश्राम करने और पुनः यात्रा आरंभ करने के लिए विश्राम कक्ष और विशेष शिविर क्षेत्र तैयार किया गया है। पूरे परिसर में सीसीटीवी निगरानी, स्वयंसेवकों की नियुक्ति और पुलिस प्रशासन का सहयोग भी सुनिश्चित किया गया है। संपूर्ण आयोजन श्रद्धा, अनुशासन और सेवा के त्रिकोण पर आधारित है।