मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। वर्तमान में बराक घाटी एक द्वीप जैसी संरचना बन गई है, जहां कटिगढ़ पुल मरम्मत के कारण यातायात के लिए बंद है, हरंग पुल हाल ही में अत्यधिक यातायात के कारण ढह गया है, झटिंगा क्षेत्र में रेलवे लाइन भूस्खलन के कारण बंद है, जिसके कारण गुवाहाटी के साथ रेल संपर्क टूट गया है और सड़क संपर्क इस समय बहुत खराब स्थिति में है, लोगों को गुवाहाटी पहुंचने के लिए अपनी जान जोखिम में डालनी पड़ती है। नतीजतन, इस स्थिति में जुड़ने का एकमात्र तरीका हवाई मार्ग है, लेकिन वर्तमान में सिलचर-गुवाहाटी-सिलचर मार्ग पर प्रतिदिन केवल एक इंडिगो उड़ान संचालित हो रही है, जो मौजूदा गंभीर स्थिति में आम लोगों की जरूरतों को पूरा करने में पूरी तरह से असमर्थ है। उक्त उद्गार असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता संजीव रॉय ने ने व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से, हम सिलचर-गुवाहाटी और गुवाहाटी-सिलचर मार्गों पर उड़ानों की संख्या में तत्काल वृद्धि और उचित किराए पर सेवाएं शुरू करने की पुरजोर मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि हम इस गंभीर स्थिति में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के हस्तक्षेप की भी मांग करते हैं। साथ ही इस विकट परिस्थिति में गैमन ब्रिज और हारंग ब्रिज का निर्माण/मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर किया जाना अत्यावश्यक है, उन्होंने कहा कि अन्यथा आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू जाएंगी और बराक घाटी के लोगों को अत्यधिक समस्याओं और कष्टों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम रेल मंत्रालय से अनुरोध करते हैं कि झटिंगा क्षेत्र में रेलवे लाइनों की बहाली को प्राथमिकता दें और जल्द से जल्द रेल संपर्क बहाल करें। उन्होंने कहा कि हम बराक घाटी के 42 लाख लोगों का संदेश मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा, रेल मंत्रालय, नागरिक उड्डयन और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय तक पहुँचाते हैं, ताकि तुरंत आवश्यक कदम उठाए जाएँ और गुवाहाटी और भारत के अन्य राज्यों के साथ संपर्क बहाल किया जा सके। उन्होंने कहा कि आज मैंने इन माँगों को असम के मुख्यमंत्री और आवश्यक मंत्रालयों और बराक घाटी के तीनों जिलों के उपायुक्तों को ईमेल के माध्यम से अवगत कराया है। संजीव रॉय ने बराकघाटी की हिफाजत करने की मांग की।