एसडी कालेज ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज में 5 दिवसीय छात्र मेंटरशिप प्रोग्राम आयोजित

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। आज एसडी कालेज ऑफ मैनेजमेन्ट स्टडीज ने शिक्षा मंत्रालय के तत्वाधान में इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल, एसडीसीएमएस द्वारा एमबीए विभाग के मार्गदर्शन में 5 दिवसीय छात्र मेंटरशिप प्रोग्राम उद्यमिता विकास विषय पर किया गया, जिसमें छात्र अपने इनोवेटिव आडियाज् कार्यक्रम के अन्तिम दिन प्रस्तुत करेंगे। 

मेंटरशिप प्रोग्राम के प्रथम दिन अचिविंग प्रोब्लम सोल्यूशन फिट एण्ड प्रोडेक्ट मार्केट फिट विषय पर वर्कशाप का प्रारम्भ किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ कॉलेज प्राचार्य डाॅ. आलोक कुमार गुप्ता व इन्क्यूबेशन सेंटर के इन्चार्ज मुकुल जैन ने संयुक्त रूप से किया। डाॅ0 आलोक कुमार गुप्ता ने बताया कि लक्ष्य बाजार का निर्धारण, मांग सुनिश्चित करना, मांग मापना, समस्या-समाधान फिट और उत्पाद - बाजार फिट (पीएमएफ) प्राप्त करना स्टार्टअप या नए उत्पाद विकास के जीवनचक्र में दो प्रमुख मील के पत्थर हैं मजबूत प्रतिक्रिया ही आपका समाधान समस्या को अच्छी तरह से हल करता है और पीएसएफ हासिल करने के लिए, स्टार्टअप को यह पुष्टि करने की जरूरत है कि समस्या मौजूद है और इसे हल करने लायक है। यह बाजार अनुसंधान करके, वास्तविक दुनिया के डेटा और फीडबैक एकत्र करके और समस्या की परिकल्पना बनाकर किया जा सकता है।

कार्यक्रम के मुख्य वक्ता व इन्क्यूबेशन सेंटर के इन्चार्ज मुकुल जैन ने प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रजन्टेशन देते हुये बताया कि उपयोगकर्ता आपके समाधान का उपयोग करने में रुचि या इरादा व्यक्त करते हैं, भले ही उन्होंने अभी तक इसके लिए भुगतान न किया हो। पीएसएफ में यह प्रमाणित करना शामिल है कि समाधान वास्तविक समस्या का प्रभावी ढंग से समाधान करता है, जबकि पीएमएफ यह सुनिश्चित करता है कि लक्ष्य बाजार में समाधान की पर्याप्त मांग है। उन्होने कुछ टिप्स भी दिये जैसे कि समस्या- समाधान फिटयह सुनिश्चित करने के बारे में है कि आपका समाधान प्रभावी रूप से एक वास्तविक ग्राहक समस्या को संबोधित करता है, जबकि उत्पाद - बाजार फिटयह सत्यापित करने के बारे में है कि आपके उत्पाद की बाजार में मजबूत मांग है और इसे सफलतापूर्वक बढ़ाया जा सकता है। च्ैथ् सबसे पहले आता है, एक व्यवहार्य उत्पाद बनाने के लिए नींव स्थापित करता है, और च्डथ् उत्पाद की बाजार व्यवहार्यता का प्रदर्शन करके उस पर निर्माण करता है ।

इस अवसर पर एमबीए व एमसीए के संकाय सदस्य रितू मित्तल, डा० विभूति अग्रवाल, पारूल कुमार, देवेश गुप्ता, महिमा मंगल, आदित्य कश्यप, आस्था सिंघल, तुषार भारद्वाज, डा० अनम जैद, डा० नितिका सिंह, प्रशान्त तोमर, जितेन्द्र कुंमार, अंकुर अग्रवाल, अन्नु त्यागी, आशीष कुमार, उमंग शर्मा, आयुष गुप्ता, अन्जना शर्मा, अनुराग सैनी, डा० संदीप गर्ग, रश्मि कौशिक व रवि भार्गव आदि शिक्षक व छात्र-छात्रायें मुख्य रूप से उपस्थित रहे।


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