बाल संरक्षण ईकाई के तत्वाधान में आयोजित प्रदर्शनी एवं मेला का उद्घाटन किया

मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। बच्चों को सशक्त बनाने और उनके कौशल विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक दिल को छू लेने वाली पहल में, जिला बाल संरक्षण इकाई (डीसीपीयू) ने जिला प्रशासन के सहयोग से और राज्य बाल संरक्षण सोसायटी के समर्थन से डीसी कार्यालय के परिसर में एक प्रदर्शनी सह मेला आयोजित किया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन कछार डीसी मृदुल यादव ने अतिरिक्त जिला आयुक्त प्रभारी (समाज कल्याण) डॉ खालिदा सुल्ताना अहमद, सहायक आयुक्त सह प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी अंजलि कुमारी और अन्य प्रमुख हितधारकों के साथ-साथ डीसी कार्यालय के समर्पित कर्मचारियों की गरिमामयी उपस्थिति में किया।

डीसी मृदुल यादव ने बताया कि कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य बाल देखभाल संस्थानों (सीसीआई) के बच्चों की रचनात्मकता और कड़ी मेहनत को उनके हस्तनिर्मित शिल्प, कलाकृतियों और कौशल-आधारित परियोजनाओं को प्रदर्शित करके उजागर करना था।  यह इन बच्चों को प्रोत्साहित करने और कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में भी काम करता है, जिससे उन्हें उज्ज्वल और अधिक आत्मनिर्भर भविष्य बनाने के लिए सशक्त बनाया जाता है। अपने उद्घाटन भाषण में, डीसी मृदुल यादव ने युवा प्रतिभाओं को पोषित करने और बच्चों को चमकने के अवसर प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया। “यह प्रदर्शनी सह मेला केवल एक आयोजन नहीं है, बल्कि प्रत्येक बच्चे के भीतर की क्षमता को पहचानने और उसका जश्न मनाने का एक आंदोलन है। इस तरह की पहल का समर्थन करके, हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सीसीआई की देखरेख में रहने वाले बच्चे जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल और आत्मविश्वास से लैस हों। मैं आज प्रदर्शित रचनात्मकता से बहुत प्रभावित हूं और इस सफल प्रयास के लिए सभी बच्चों और आयोजकों को हार्दिक बधाई देता हूं।” डीसी यादव ने कहा। 
कार्यक्रम में जीवंत स्टॉलों ने काफी ध्यान आकर्षित किया, जिसमें बच्चों ने सजावटी वस्तुओं से लेकर उपयोगी शिल्प तक की विस्तृत श्रृंखला के हस्तनिर्मित उत्पाद प्रदर्शित किए, जो उनकी कल्पना और कौशल को दर्शाते थे। दर्शकों, जिनमें अधिकारी, हितधारक और समुदाय के सदस्य शामिल थे, ने बच्चों के प्रयासों की सराहना की और जिला प्रशासन और आयोजकों द्वारा प्रदान किए गए समर्थन के लिए अपनी प्रशंसा व्यक्त की।  प्रदर्शनी सह मेला बाल कल्याण और विकास के प्रति जिला प्रशासन की प्रतिबद्धता का प्रमाण है, जिसका उद्देश्य युवा पीढ़ी में कौशल, रचनात्मकता और आशा को बढ़ावा देकर जीवन को बदलना है। 
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