शि.वा. ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। श्रीराम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में ‘दीक्षारम्भ-2024’ कार्यक्रम के दूसरे दिन विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के चेयरमैन डॉ0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो0 आर0के0 खाण्डल, पूर्व कुलपति डॉ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्ववविद्यालय, (पूर्व में यू0पी0टी0यू0) लखनऊ रहे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रो0 आर0के0 खाण्डल, श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के चेयरमैन डॉ0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ, श्री राम ग्रुप ऑफ कालिजेज के निदेशक प्रो0 एस0एन0 चौहान व अन्य अतिथियों ने दीप-प्रज्जवलित करके किया। इसके उपरान्त मंचासीन अतिथियों के स्वागत क्रम में संस्थान के निदेशक प्रो0 एस0एन0 चौहान ने मुख्य अतिथि प्रो0 आर0के0 खाण्डल को शॉल ओढ़ाकर कर किया। श्रीराम कॉलेज आफ इंजीनियरिंग की डीन डॉ0 सुचित्रा त्यागी ने श्रीराम ग्रुप आफ कालिजेज के चेयरमैन डॉ0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ जी को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।स्वागतोपरान्त डॉ0 आकांक्षा सिंह द्वारा श्री राम ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के विषय में कॉलेज की स्थापना से लेकर अद्यतन स्थिति पाठ्यक्रमों तथा विकास के विभिन्न प्रमाणिक आयामों को स्लाइड शो के माध्यम से छात्र-छात्राओं एवं विभिन्न अतिथियों के समक्ष प्रस्तुत किया। तदोपरान्त संस्था के निदेशक प्रो0 एस0एन0 चौहान ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की एवं स्वागत भाषण दिया जिसमें उन्होंने मुख्य अतिथि, अन्य सम्मानित अतिथियों एवं बी0टेक0 प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘दीक्षारम्भ-2024’ बीटेक पाठ्यक्रम के श्री राम गु्रप ऑफ कॉलेजेज, मुजफ्फरनगर में नवागन्तुक छात्रों के जीवन में शिक्षा यात्रा का एक महत्वपूर्ण दिन है। सभी छात्र-छात्राओं को लक्ष्य केन्द्रित होकर आगे बढ़ना होगा। लक्ष्य स्पष्ट एवं यथार्थ होना चाहिये। अनुशासन, धैर्य एवं लक्ष्य प्राप्ति के लिये प्रयास की निरन्तरता आवश्यक है।
मुख्य अतिथि के उद्बोधन से पूर्व इं0 रुचि राय द्वारा प्रो0 आर0के0 खाण्डल की जीवनवृत्त की झलकियां स्लाईड-शो के माध्यम से प्रस्तुत की गईं। इसके उपरान्त मुख्य अतिथि प्रो0 आर0के0 खाण्डल द्वारा विद्यार्थियों से अपने अमूल्य अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि सफलता प्रत्येक मानव के जीवन की अपेक्षा रहती है परन्तु सफलता स्वयं सिद्ध नहीं होती बल्कि सफलता प्राप्त की जाती है कड़ी मेहनत, अनुशासित जीवन एवं समर्पण से। सफलता के लिये तपना पड़ता है। ‘‘विद्या चाहने वाले को सुख तथा सुख चाहने वाले को विद्या कहां’’। विद्या विनम्र बनाती है। विद्यार्थी जीवन में संयम, नियम व त्याग अंगीकार करना पड़ता है। इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए प्रो0 खाण्डल ने विद्यार्थियों को प्रेरणा देते हुए कहा कि वर्तमान समय में सर्वाधिक अवसर इंजीनियरिंग के लिये हैं। बी0टेक0 की सभी शाखाओं में असीम सम्भावनाएं हैं। इंजीनियर समाज व राष्ट्र के निर्माता हैं। 21वीं सदी प्रौद्योगिकी की सदी है, जिसमें असंख्य अवसर आपके आगे हाथ फैलाये हैं।
श्री राम गु्रप ऑफ कॉलेजेज के चेयरमैन डॉ0 एस0सी0 कुलश्रेष्ठ ने विद्यार्थियों को अपने आर्शीवचन में कहा कि व्यक्तित्व निर्माण में ज्ञान विज्ञान एवं जीवन दर्शन महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। साथ ही एटीट्यूटड, सैल्फ स्टीम, आचरण एवं व्यवहार महत्वपूर्ण कड़ी हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को सफलता के मन्त्र बताये। इंजीनियरिंग के कल आज और कल पर प्रकाश डाला। उन्होंने इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों से संवाद किया तथा सभी छात्रों से देश व समाज के भविष्य को समृद्ध बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने को कहा। श्रीराम कॉलेज आफ इंजीनियरिंग की डीन डॉ0 सुचित्रा त्यागी ने मुख्य अतिथि तथा सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 आकांक्षा सिंह, डॉ0 कपिल धीमान एवं इं0 शिवानी कौशिक ने किया।
इस कार्यक्रम में श्रीराम कॉलेज आफ इंजीनियरिंग की डीन डॉ0 सुचित्रा त्यागी व सभी संकायों के विभागाध्यक्ष, श्रीराम कॉलेज के निदेशक डॉ0 अशोक कुमार, श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डॉ0 प्रेरणा मित्तल, डॉ0 आर0 पी0 सिंह, डॉ0 मनोज धीमान एवं डॉ0 विनीत कुमार शर्मा आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में श्रीराम कॉलेज आफ इंजीनियरिंग की डीन डॉ0 सुचित्रा त्यागी व सभी संकायों के विभागाध्यक्ष, श्रीराम कॉलेज के निदेशक डॉ0 अशोक कुमार, श्रीराम कॉलेज की प्राचार्या डॉ0 प्रेरणा मित्तल, डॉ0 आर0 पी0 सिंह, डॉ0 मनोज धीमान एवं डॉ0 विनीत कुमार शर्मा आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।