यातायात नियमों का पालन नहीं करने से बढ़ रहे हैं सड़क हादसे

गौरव सिंघल, सहारनपुर जिले में बढ़ते सड़क हादसों की बड़ी वजह वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों का पालन ना करना व पुलिस द्वारा हादसों को रोकने के लिए तत्परता से कार्रवाई ना करना हैं। सहारनपुर जिले में एक साल में 324 सड़क हादसों में 240 लोगों की मौत हुई और 521 लोग घायल हुए हैं। दो दिन पहले ही थाना फतेहपुर क्षेत्र में तेज रफ्तार एक कार के पेड़ से टकराने के कारण पिता-पुत्र समेत एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई थी।

जनपद में देखने में आया है कि दोपहिया और चार पहिया वाहनों पर फोन से बात करते हुए लोग यात्रा करते हैं और बिना सीट बेल्ट और हेल्मेट के वाहन चलाते दिखाई देते हैं। यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना राशि बढ़ाई गई है लेकिन इससे भी सड़क हादसों में कोई भी कमी नहीं आई है। एसपी यातायात सिद्धार्थ वर्मा कहते हैं कि फोन पर बात करते हुए वाहन चलाने वालों पर छह से बारह माह की जेल की सजा का प्रावधान हैं। ऐसा करते हुए पहली बार पकड़े जाने पर पांच हजार और दूसरी बार पकड़े जाने पर 10 हजार का जुर्माना है। लेकिन आए दिन बड़ी संख्या में लोग वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का धड़ल्ले से इस्तेमाल करते हुए दिखाई देते हैं। 

परिवहन विभाग के मुताबिक ऐसे केवल 22 वाहन चालकों के ही चालान काटे गए हैं। हर दूसरा-तीसरा व्यक्ति बिना हेल्मेट के बाइक और स्कूटर चलाता मिलता है। यातायात विभाग ने बिना हेल्मेट वाले 4567 लोगों का चालान किया है। बिना सीट बेल्ट वाले 1232 लोगों का चालान किया गया है। आमतौर पर राॅग साइड वाहन चलाते लोगों को देखा जा सकता है पर ऐसे 55 वाहन चालकों के ही चालान काटे गए हैं। ओवरलोड़ चलने वाले 211 वाहनों का चालान किया गया है। जाहिर है बढ़ते सड़क हादसों के पीछे यातायात और पुलिस विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यातायात नियमों का उल्लंघन आम बात है। जिले में कोई भी दिन ऐसा नहीं जाता है जब सड़क दुर्घटनाएं ना हो रही हों। गुणवत्ता परक सड़क का निर्माण नहीं होने, नेशनल हाइवे की सड़कों पर भी बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं।

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