मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगोह और बड़गांव की सभाओं में जात-बिरादरी से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद की खातिर वोट देने की अपील की
गौरव सिंघल, सहारनपुर। लोकसभा के पहले चरण के 19 अप्रैल को होने वाले मतदान की पहले नंबर की सहारनपुर और दूसरे नंबर की कैराना लोकसभा सीटों के तहत आज उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले गंगोह और फिर राजपूत बहुल क्षेत्र बड़गांव में चुनावी सभाओं को संबोधित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ राजपूतों की नाराजगी दूर करने के इरादे से आज चौथी बार सहारनपुर दौरे पर पहुंचे। भाजपा ने कैराना के गंगोह और सहारनपुर के बड़गांव की दोनों चुनावी रैलियों में खासतौर से उन जातीय नेताओं को अनिवार्य रूप से मंच पर उपस्थित रखा जिनकी जातियों में तीनों-चारों लोकसभा सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को परेशानी से दो-चार होना पड़ रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करीब सवा बारह बजे गंगोह पहुंचे जहां नवीन मंड़ी स्थल पर आयोजित सभा में 40 मिनट के भाषण में उन्होंने खास जोर इस बात पर दिया कि मतदाता जातियों में ना बंटे और जात-बिरादरी की भावना से ऊपर उठकर राष्ट्रवाद को ध्यान में रखकर भाजपा को जिताएं। उन्होंने बहुत स्पष्ट रूप से राजपूतों की नाराजगी पर तो कुछ नहीं कहा। वह इतना ही बोले कि इस तरह की बातें विपक्षी दल खासकर सपा और कांग्रेस चुनावी लाभ उठाने के लिए भ्रामक स्थिति जनता के बीच फैला रही हैं। लोगों को उनके बहकावे में नहीं आना चाहिए। यह अलग बात है कि असंतुष्ट राजपूत नेता लगातार इस पूरे क्षेत्र में राजपूतों के बीच जा रहे हैं और उनका मुख्य प्रचार यह है कि चुनाव के बाद यदि नरेंद्र मोदी फिर से प्रधानमंत्री बन जाते हैं तो वह पहला काम योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाने का करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने असंतुष्ट राजपूत नेताओं द्वारा जताई जा रही आशंका का तो कोई जवाब नहीं दिया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शान में खूब कसीदे पढ़ें और कहा कि 140 करोड़ लोगों के देश को प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे विश्व में सम्मान दिलाया हैं और मोदी जी अगली बार प्रधानमंत्री बनते हैं तो देश दुनिया की तीसरी आर्थिक ताकत बन जाएगा। 
योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संकट से कुशलतापूर्वक निपटने के लिए भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की। योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की मजबूत कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण, बहु-बेटियों की सुरक्षा और दुर्दांत अपराधियों के खात्मे का जोर-शोर से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार आगे भी पांच साल तक 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न वितरित करेगी। दोनों सरकारें गरीब लोगों को आवास, शौचालय, शुद्ध पीने का पानी मुहैया करा रही है। बदहाल सड़कों का निर्माण कराया गया, विद्युत आपूर्ति सुधारी गई। दोनों सरकारें सभी वर्गों और समुदाय के लोगों के लिए बिना भेदभाव के योजनाएं चला रही हैं। 
योगी आदित्यनाथ ने कैराना सीट पर प्रदीप चौधरी और सहारनपुर सीट से राघव लखनपाल को जिताने की अपील की। योगी आदित्यनाथ करीब डेढ़ बजे बड़गांव पहुंचे। बड़गांव क्षेत्र राजपूत बहुल है और यह बड़े नेताओं की सभाओं के लिए जाना जाता है। योगी आदित्यनाथ पिछले विधानसभा चुनावो में भी अंतिम समय में बड़गांव क्षेत्र में आए थे और नाराज राजपूतों का रूख पार्टी उम्मीदवार के पक्ष में मोड़ गए थे और तयशुदा हारने जा रही सीट का नतीजा योगी के कारण बदल गया था। इसी आश्चर्य की उम्मीद योगी जी से प्रदीप चौधरी और राघव लखनपाल शर्मा भी लगाए हुए हैं। गंगोह में पूर्व गन्ना मंत्री सुरेश राणा की उपस्थिति को बहुत महत्व दिया गया। सुरेश राणा सहारनपुर सीट से टिकट के दावेदार थे। उन्हें टिकट ना दिए जाने और गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह का टिकट काटे जाने से ही इस पूरे क्षेत्र में राजपूतों में नाराजगी बढ़ी। दूसरे नाराज नेता वीरेंद्र सिंह गुर्जर को भी मंच पर बैठाया गया। गन्ना मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, कई पूर्व गुर्जर विधायक सुशील चौधरी, महिपाल माजरा, मौजूदा विधायक चौधरी कीरत सिंह, सैनियों की नाराजगी को दूर करने को मौजूदा मंत्री जसवंत सैनी, पूर्व मंत्री साहब सिंह सैनी भी मंच पर उपस्थित थे। विधायक मुकेश चौधरी, नए बने एमएलसी मोहित बेनीवाल भी योगी आदित्यनाथ के साथ मंच पर दिखे। बड़गांव में उम्मीदवार राघव लखनपाल शर्मा और जिले के अन्य प्रमुख नेता उपस्थित थे। मतदान से चंद रोज पहले राजपूतों की खासतौर से नाराजगी दूर करने का भाजपा का यह आखिरी और बड़ा प्रयास था। अब देखना है कि इससे राजपूतों की नाराजगी कितनी दूर होती है।
ध्यान रहे कैराना सीट पर बसपा ने खास रणनीति के तहत बड़े राजपूत नेता श्रीपाल सिंह राणा को प्रत्याशी बनाया है और राजपूतों का असंतुष्ट बड़ा खेमा अधिकृत रूप से कैराना की कांग्रेस समर्थित सपा उम्मीदवार इकरा हसन को अपने समर्थन की घोषणा पहले ही कर चुका हैं। योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पहले मुजफ्फरनगर सीट पर भाजपा उम्मीदवार डा. संजीव बालियान से बुरी तरह खफा राजपूत बिरादरी को मनाने के लिए राजपूत बहुल सरधना विधानसभा क्षेत्र के रार्धना में चुनावी सभा को संबोधित किया था और सभा मंच पर बालियान से नाराज पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सोम को अपने बगल में बैठाया था। हालांकि सभा खत्म होते ही दोनों नेताओं के बीच तू-तू मैं-मैं और बहसबाजी सोशल मीडिया के जरिए वायरल हो गई थी।
प्रधानमंत्री की ओर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पहले चरण की इन चार-पांच सीटों सहारनपुर, कैराना,  मुजफ्फरनगर, बिजनौर और मेरठ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य और अन्य विभिन्न बिरादरियों के मंत्रियों की फौज इन इलाकों में डेरा डाले हुए है और लगातार लोगों को मनाने की कोशिशें युद्धस्तर पर जारी है। इससे बेफिक्र होकर विपक्षी दल के उम्मीदवार चुनाव प्रचार में लगे हैं।।बसपा के समर्थन में 14 अप्रैल को बसपा सुप्रीमो मायावती सहारनपुर सीट के तहत नागल के खतौली में जनसभा को संबोधित करेंगी और दो दिन बाद प्रियंका गांधी वाड्रा इमरान मसूद के समर्थन में रोड़-शो करेंगी। 17 अप्रैल को शाम छह बजे चुनाव प्रचार बंद हो जाएगा। इसी के साथ पूरे सहारनपुर मंडल और पश्चिमी उत्तर प्रदेश का चुनावी माहौल गर्म हो गया है और उसका तापमान गर्मी की तरह रोज बढ़ रहा है।


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