शि.वा.ब्यूरो, सहारनपुर। मण्डलायुक्त हृषिकेश भास्कर यशोद द्वारा माँ शाकम्भरी देवी राज्य विश्वविद्यालय का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान एकेडमिक ब्लाक में एमकाम प्रथम वर्ष, एमए (अर्थशास्त्र) प्रथम वर्ष, डिफेन्स सिक्योरिटीज, एलएलएम, मॉस्टर ऑफ सोशल वर्क्स, एमएससी गणित की कक्षायें चलती मिली। डा० विनोद कुमार, एकेडमिक कोऑर्डीनेटर द्वारा अवगत कराया गया कि दो दिन पूर्व कक्षाओं का विधिवत रूप से संचालन प्रारम्भ करा दिया गया है। अभी तक लगभग 140 छात्रों द्वारा यूनिवर्सिटी कैम्पस में प्रवेश लिया गया है जिनका शिक्षण कार्य प्रारम्भ हो गया है।
एकेडमिक ब्लाक के ग्राउण्ड फलोर को छोडकर अन्य तलों का कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है जिस पर मण्डलायुक्त द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त करते हुये निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण कराये जाने के निर्देश सम्बन्धित ठेकेदार को दिये। ठेकेदार द्वारा इस माह के अन्त तक कार्य पूर्ण कर लिये जाने का आश्वासन दिया। वीसी आवास, प्रशासनिक भवन, पुरूष छात्रावास, महिला छात्रावास का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। ठेकेदार द्वारा बताया गया कि आज 420 श्रमिकों द्वारा कार्य किया जा रहा है तथा शीघ्र ही कार्य पूर्ण कर दिया जायेगा। यहॉ काम कर रहे श्रमिकों द्वारा अस्थायी रूप से यहीं निवास किया जा रहा है।
मण्डलायुक्त द्वारा मौके से ही जिलाधिकारी से फोन पर वार्ता कर श्रमिकों के उत्थान एवं श्रमिकों के लिये शासन द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं से श्रमिकों को लाभान्वित किये जाने हेतु कैम्प लगवाने, श्रमिकों के बच्चों के लिये अस्थायी ऑगनवाडी केन्द्र की स्थापना किये जाने तथा समय-समय पर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु चिकित्सा कैम्प लगवाने के निर्देश दिये। इसके पश्चात मण्डलायुक्त हृषिकेश भास्कर यशोद द्वारा सीधे माँ शाकम्भरी देवी पहुँचकर, यहाँ चल रहे शारदीय नवरात्री मेले का निरीक्षण किया गया। मेला परिसर में संचालित चिकित्सा शिविर, अस्थायी कोतवाली, कण्ट्रोल रूम, महिला हैल्प डेस्क आदि का निरीक्षण किया गया तथा उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये गये।
मण्डलायुक्त द्वारा कडे शब्दों में कहा गया कि किसी भी दशा में यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं से पार्किंग या अन्य किसी नाम से कोई अवैध वसूली नहीं होनी चाहिये। साथ ही मेले में दुकान लगाने वाले दुकानदारों से निर्धारित शुल्क के अलावा किसी प्रकार की कोई वसूली नहीं होनी चाहिये। उन्होंने यहाँ पर श्रृद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुये शौचालयों, आराम स्थल आदि व्यवस्थाओं के इंतजाम के साथ ही पूरे मेला परिसर की उचित साफ-सफाई के निर्देश दिए।