एसडी कालेज ऑफ इन्जिनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी में भी मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी कालेज ऑफ इन्जिनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी में अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष में पोस्टर कम्पीटिशन एवं स्पीच कम्पीटिशन का आयोजन किया गया, जिसमें संस्थान में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने बड़े उत्साह के साथ प्रतिभाग किया। इस अवसर पर संस्थान के सचिव अनुभव कुमार ने कहा कि शिक्षा ही नारी को सशक्त बनाने की कुंजी है। शिक्षा के माध्यम से ही वे अपने सपने साकार कर सकती है, आकांक्षा कर सकती है और महानता हासिल कर सकती है। छात्रों के रूप में हमें लडकियों के जीवन में शिक्षा के महत्व को पहचानना चाहिए और उन्हे अपने सपनो को साकार करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। 

अनुभव कुमार ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस प्रत्येक वर्ष 11 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं (स्त्री) को अत्मनिर्भर बनाना और समाज में सम्मान और सुरक्षा प्रदान करना है। उन्होने बताया कि आज के इस आधुनिक दौर में लड़कियां सीमाओं को तोड़ रही है और रूढ़िवादिता और बहिष्कार की बाधाओं से आगे निकल रही है। उद्यमिता, नवाचार और वैश्विक आंदोलनों के माध्यम से लड़कियां अपने और अगली पीढ़ी के लिए दुनिया बदल रही है। अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुरूआत अन्तर्राष्ट्रीय, गैर-सरकारी संगठन प्लान इंटरनेशनल के के अभियान ‘‘क्योंकि मैं एक लड़की हूँ‘‘ के रूप में हुई। यह अभियान विशेष रूप से विकासशील देशो में लड़कियों के पोषण, उनके अधिकारों को बढ़ावा देने और उन्हे गरीबी से बहार निकालने के डिजाइन किया गया था। 

इस अवसर पर पोस्टर कम्पीटिशन में ज्योति सिंह, प्रिया उपाध्याय, सफिया नाज, प्रेरणा, रितिका, दिव्या, तानिया, उर्वशी, आकांशी, आयुषी और तान्या गर्ग ने प्रतिभाग किया। स्पीच कम्पीटिशन में आकांशा, रिया चैधरी, वासु गर्ग, अनम प्रवीण, जहान्वी, हलिमा तथा महिमा ने प्रतिभाग कर अपने विचार व्यक्त किये।  


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