संस्कार
राजीव डोगरा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
वो जाति वो मज़हब
किस काम का
परायों से भी अपनापन।
किस काम की
जो बात ना सकें
इंसान को इंसानियत।
किस काम के
जो काम ना आ पाए
सही समय पर।
किस काम का
जो थाम न पाए
मनोवृत्तियों के वेग को।
जो सीखा ना सकें
वो धर्म वो परंपराए
वो अपने वो पराए
वो ज्ञान वो ध्यान
राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गाहलिया (कांगड़ा) हिमाचल प्रदेश
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