केन्द्रीय विद्यालयों के दो शिक्षक राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित

शि.वा.ब्यूरो, नई दिल्ली। इस वर्ष राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार वर्ष 2022-23 के लिए केन्द्रीय विद्यालय संगठन से दो शिक्षकों का चयन किया गया है, जिनमें केन्द्रीय विद्यालय कांजीकोड से मुजीब रहिमान और केन्द्रीय विद्यालय 2 बीएसएफ इंदौर की चेतना खंबेटे शामिल हैं। इनका स्कूली शिक्षा में उनके गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कौशल और विद्यार्थियों के जीवन में सकारात्मक बदलवा लाने के लिए चयन किया गया है। दोनों ही शिक्षकों को 5 सितंबर को नई दिल्ली में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

बता दें कि मुजीब रहिमान एक तकनीकी-प्रेमी और कार्य के प्रति समर्पित शिक्षक हैं। नवीन तरीकों से विद्यार्थियों में भाषा कौशल विकसित करना और पढ़ने की अभिरुचि को बढ़ावा देने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मुजीब रहिमान ने पुस्तकालय में कई नवाचार किये, जिससे केन्द्रीय विद्यालय कांजीकोड का पुस्तकालय गतिविधियों के केंद्र बन गया है। मुजीब द्वारा विकसित निशुल्क पुस्तकालय सॉफ्टवेयर का उपयोग देश के कई स्कूल पुस्तकालयों द्वारा किया जा रहा है। केन्द्रीय विद्यालय कांजीकोड लाईब्रेरी को भारत में प्रौद्योगिकी को समाहित करने के विए विबटेक अवार्ड 2019 के लिए शार्टलिस्ट किया गया था। साथ ही विद्यालय ने रोल मॉडल फॉर रीडिंग फॉर प्लेजर- स्कूल के रूप में तीसरा इंडिया रीडिंग ओलंपियाड 2021 पुरस्कार जीता था। उनके कायों को व्यापक रूप से मान्यता और सराहना मिली है।

केंद्रीय विद्यालय 2 बीएसएफ इंदौर में जीव विज्ञान की पीजीटी शिक्षक चेतना खंबेटे ने भारतीय शिक्षा क्षेत्र में एक अमिट छाप छोड़ी है। वे तीन दशकों से अधिक समय से विद्यार्थियों के जीवन को सही दिशा में प्रेरित कर रही है। उन्होंने अपने विद्यार्थियों के लिए अनुकूल शिक्षण वातावरण तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गैर-सरकारी संगठन एकलव्य के साथ व्यापक भागीदारी ने उन्हें शिक्षा क्षेत्र में एक वृहद अनुभव प्रदान किया है।

श्रीमती खंबेटे का प्रभाव कक्षा से बाहर तक है, क्योंकि वह वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हन करने के लिए वैज्ञानिक अनुसंधान में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करती हैं। उनके समर्पण के कारण राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में छात्र परियोजनाओं का चयन हुआ। उनके छात्रों की क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट् उपलब्धियां हैं, जो उनकी असाधारण शिक्षण विधियों का प्रमाण हैं।

बता दें कि प्रत्येक वर्ष शिक्षक दिवस के मौके पर देश भर से चुने गए श्रेष्ठ शिक्षकों के अनूठे योगदान को रेखांकित करने के लिए उन्हें राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करने का उद्देश्य देश के कुछ श्रेष्ठ शिक्षकों के योगदान को पहचानना और सराहना है। यह पुरस्कार ऐसे होनहार तथा कत्र्तव्यनिष्ठ शिक्षकों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत है, जिन्होंने अपनी प्रतिब(ता और परिश्रम के माध्यम से न केवल स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि अपने छात्रों के जीवन को समृ( बनाया है।

Comments