शि.वा.ब्यूरो, सरसावा। नगर के मदर टरेसा स्कूल के अध्यापकों ने आजमगढ़ में हुई स्कूल घटना को लेकर स्कूल स्टाफ पर हुई कार्यवाही को लेकर हाथों पर काली पट्टी बाँध विरोध जताया। स्कूल के अध्यापकों ने विरोध जताते हुए कहा है कि आजमगढ़ में हुई घटना को लेकर बिना किसी जांच के स्कूल प्रबंधन पर कार्यवाही किये जाना अनुचित है। पहले मामले की अच्छे से जांच होनी चाहिए अगर जांच में स्कूल प्रबंधन का दोष पाया जाता है। तभी कानूनी कार्यवाही किये जाना उचित है।
स्कूल की प्रधानाचार्य राज चौधरी ने कहा कि गुरु माता-पिता के समान होता है। वह अपने बच्चों समान छात्रो का बुरा नहीं सोच सकता है। अभिभावकों को भी यह बात समझनी चाहिए। अगर अभिभावक इस बात को नहीं समझ पाते है तब अध्यापकों को बच्चों को शिक्षित करना असंभव हो जाएगा। उन्होंने बताया की आजमगढ़ मे प्रधानाचार्य और शिक्षक के खिलाफ मुकदमा लिखकर मौके पर ही बिना जांच किये गिरफ्तार करना असंवैधानिक है, क्योंकि चैकिंग के दौरान बच्चों के पास संदिग्ध मोबाईल मिला है जो विद्यालय प्रशासक के अनुसार अनुशासनहीनता है, जिसकी सूचना प्रबंधन समिति द्वारा अभिभावक को दी गयी थी, लेकिन वो समय से स्कूल नहीं पहुंच पाए और इस डर की वजह से छात्रा ने विद्यालय की छत से कूदकर आत्महत्या की इसलिए किसी भी घटना की निष्पक्ष जांच होने से पहले किसी भी व्यक्ति को दोषी करार देना बिल्कुल अनुचित है।