स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी, कहा- सावधान! आई फ्लू से खुद भी बचें और दूसरों को भी बचाएं

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। इन दिनों जनपद में आई फ्लू (कंजक्टिवाइटिस) फैल रहा है। ओपीडी में रोजाना करीब 200 मरीज आई फ्लू के पहुंच रहे हैं। आई फ्लू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की गई हैजिसमें लोगों को साफ-सफाई रखनेसंक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचनेसमय पर बचाव और इलाज के निर्देश जारी किए हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि गर्मी के मौसम के अंत और मानसून की शुरुआत में यह बीमारी फैलती है। इस मौसम में नमी और मक्खियों की अधिकता के कारण यह संक्रमण होता है। उन्होंने बताया कि हालांकि इससे घबराने की जरुरत नहीं हैलेकिन ऐसे में बचाव व साफ-सफाई जरूरी है। उन्होंने बताया कि आई फ्लू देखने से नहीं, बल्कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से होता है। उन्होंने बताया कि इलाज के साथ बचाव ही बेहतर विकल्प है।

नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या वर्मा ने बताया कि आई फ्लू की समस्या एक से दो सप्ताह में ठीक हो जाती है। इसे लेकर ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं हैबल्कि बचाव को लेकर जागरूक रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि संक्रमण से बचकर ही आई फ्लू को कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इसमें मरीज की आंख के सफेद हिस्से में संक्रमण होता हैजो जल्द ठीक हो सकता है। यह बीमारी देखने से नहींबल्कि संक्रमित जगह को छूने या मरीज के संपर्क में आने से होती है। उन्होंने बताया कि ऐसे में बचाव को लेकर विशेष ध्यान रखना चाहिए।

आई सर्जन डॉ. प्रेम ने बताया कि आई फ्लू किसी संक्रमित व्यक्ति को देखने से नहीं फैलताबल्कि संक्रमित जगह को छूने से फैलता है। उन्होंने बताया कि संक्रमित मरीज जिस जगह को छूता है वहां वायरस एक माह तक जिंदा रह सकता है, ऐसे में इससे बचाव के लिए संक्रमित मरीज को आइसोलेट करना चाहिए। साथ हीइस्तेमाल के कपड़ों को अलग रखना चाहिए। सफाई का विशेष ध्यान रखने से इसका प्रभाव तेजी से घटता है।

सीएचसी खतौली पर तैनात नेत्र चिकित्सक राघवेन्द्र ने बताया कि आंखों को बार-बार हाथों से स्पर्श न करें। हाथों को नियमित अंतराल पर साबुन से धोयें। उन्होंने बताया कि प्रभावित व्यक्ति की तौलियाबिस्तररुमाल आदि को साझा न करें उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति की  उपयोग की हुई वस्तुओं को छूने या उपयोग करने से बचें और घर आने पर हाथों को अच्छी तरह साबुन से साफ करें। बाहर जाएं तो चश्मा लगाएं।

उन्होंने बताया कि आंखों में जलन होने और लाल होने पर साफ पानी से धोयें, परिवार के किसी सदस्य को संक्रमण हो तो उसके सीधे सम्पर्क में आने से बचें। उन्होंने बताया कि संक्रमित व्यक्ति से हाथ बिलकुल न मिलाएं और बच्चों के प्रभावित होने पर उन्हें एक दो दिन स्कूल न भेजें। उन्होंने बताया कि बच्चों को हल्का बुखार आए तो आई फ्लू पर नजर रखें।

नेत्र चिकित्सक राघवेन्द्र ने बताया कि आई फ्लू होने पर आंखों को गुनगुने पानी से साफ करें। उन्होंने बताया कि आंखों को साफ करने के लिए किसी साफ - सूती कपडे का प्रयोग करें और लक्षण दिखते ही चिकित्सक से परामर्श करें।

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