सफलता के उच्चतम शिखर को छू गया मेहसाणा में आयोजित कुर्मियों का 45वां महा अधिवेशन

हवलेश कुमार पटेल, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
गुजरात के मेहसाणा में अखिल भारतीय कुर्मी महासभा एवं अखिल भारतीय कुर्मी पाटीदार महासभा गुजरात के तत्वाधान में आयोजित 45वें महा अधिवेशन के दौरान सीता स्वयंवर में वधु द्वारा वर चयन का अनूठा प्रयोग किया गया, जिसमे 200 से ज्यादा वर-वधु ने भाग लिया। अखिल भारतीय कुर्मी पाटीदार महासभा गुजरात द्वारा एक अनूठे महाप्रयोग के तहत महाधिवेशन में पधारे समस्त मेहमानों को विसनगर के आस-पास के गांवों में स्वजातिय परिवारों के यहां होम स्टे करवाया। इससे दूर-दराज के प्र्रदेशों से आये कुर्मी बन्धुओं को गुजरात की संस्कृति खान-पान, रहन-सहन से रूबरू होने का मौका मिला, जो सभी के लिए अविस्मरणीय रहा। इस दौरान देश के अलग-अलग क्षेत्र से आए व्यापारियों द्वारा व्यापार की प्रदर्शनी कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई तथा नए व्यापार के गुर लोगों ने सीखे। इसके अलावा करोड़ों की व्यवसाय डील भी व्यापारियों ने की। 
45वें महा अधिवेशन के दौरान इतिहास की रुचि रखने वालो के लिए सामाजिक स्मारिका 2023, कूर्मि चेतना पंचांग 2023, कूर्मि पुरोहित की जानकारी के लिए स्टाल लगाए गए। कार्यक्रम में लगभग सभी वक्ताओं ने सरदार पटेल के मूल सिद्धांतों के तहत मुख्य रूप से शिक्षा की बात पर जोर दिया। सभी गुजरात के विकास का श्रेय जन भागीदारी एवं कोदृओप्राटिव कल्चर मॉडल को दिया।
बता दें कि गुजरात के कुर्मियों की उन्नति का रास्ता कुर्मी पाटीदारों की कुल देवी उमिया माता मंदिर से होकर जाता है। उमिया माता का ऊंझा में बड़ा मंदिर एवं ट्रस्ट है, जिसका संचालन समाज के पाटीदार द्वारा किया जाता है। ट्रस्ट के पैसों का उपयोग भी समाज सेवा, शिक्षा जरूरतमंद की मदद में ही किया जाता है। इसके साथ ही कार्यक्रम स्थल सलकनचंद विश्व विद्यालय कोपरेटिव कल्चर मॉडल का बेेहतरीन उदाहरण माना जाता है। यहां बहुत कम फीस में शिक्षा दी जाती है। गुजरात के कुर्मी सलकनचंद ने गुजरात को कई कोदृओपरेटिव कल्चर मॉडल की मंडी, व्यापार संगठन और शिक्षा संगठन दिये हैं, जिससे पूरे क्षेत्र के स्वजातिय लोग शिक्षित एवं समृद्ध हो गये हैं।
गुजरात के मेहसाना में अखिल भारतीय कुर्मी महासभा एवं अखिल भारतीय कुर्मी पाटीदार महासभा गुजरात के तत्वाधान में आयोजित 45वें महा अधिवेशन में भाग लेकर लौटे कई लोगों ने माना कि जहां एकता है और सहयोग की भावना होती है, वहाँ सफलता मिलती ही है और गुजरात की समृद्धि इसका बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने बताया कि गुजरात में कुर्मियों का विकास कोदृऑपरेटिव मॉडल को अपनाकर ही हुआ है। उनका कहना है कि ऑपरेटिव मॉडल के तहत स्थापित किये गये ट्रस्ट, एनजीओ, सोसायअी और एफपीओ द्वारा ही कुर्मी पाटीदारों की सफलता की पटकथा लिखी गयी है। उनका मानना है कि सुनिश्चित विकास केे लिए सभी को इस माॅडल को फोलो करना चाहिए। महाधिवेशन से लौैटे लोगों ने बताया कि पाटीदारों की राजनीति में पकड़, उनकी इसी आपसी सहयोग और सेवाभाव को माना जा सकता है। उन्होंने आहवान किया कि गुजरात के माॅडल को पूरे देश के कुर्मी को समझना चाहिए और इसे अपनाकर अपना और अपने समाज का सुनिश्चित विकास करना चाहिए।
मेहसाना विसनगर एवं गुजरात आयोजन समिति के सतीसभाई पटेल और व्हीएस निरंजन ने महाधिवेशन में पधारे समस्त कुर्मी पाटीदारों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी व्हीएस निरंजन ने की।
महाअधिवेशन में गुजरात के मुख्य मंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, पूर्व गृहमंत्री गोवर्धन झड़फिया, पूर्व मुख्यमंत्री नितिन पटेल, केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपला, मध्य प्रदेश के अध्यक्ष एवं राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल, छत्तीसगढ़ नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, प्रदेश अध्यक्ष सांसद विजय बघेल, मेहसाना सांसद शारदाबेन पटेल, डॉक्टर लता वानखेड़े, एलपी पटेल, रामजीभाई पटेल, बीपी पटेल, लता ऋषि चंद्राकर, मनीषा गौर, धीरज पाटीदार, बीएल वर्मा, ममता पटेल, प्रकाश भाई पटेल, कांति सिंह, धनंजय वर्मा,  मंगेश देशमुख, संजय पटेल, अरुण पटेल, जीएल पटेल सहित देश के 23 राज्यों से लगभग 6000 से भी अधिक कुर्मीजन उपस्थित रहे।


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