जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गौड़ ने बताया कि "सभी के लिए पोषण एक साथ, स्वस्थ भारत की ओर" पोषण पखवाड़ा 2023 की थीम है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष पोषण पखवाड़ा में कुपोषण को दूर करने के लिए मोटे अनाज पर फोकस किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 'श्री अन्न' -जिसे सभी अनाजों की जननी कहा जाता है, उसको लोकप्रिय बनाने पर जोर है। उन्होंने बताया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर मोटे अनाज के बारे में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है, और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरूक कर रही है।
उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के अतिरिक्त स्वयं सहायता समूह, स्कूल अध्यापक, ग्राम प्रधान एवं पंचायत सदस्य, आशा, एएनएम व अन्य ग्रामवासी प्रतिभाग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसमें मोटा अनाज (श्री अन्न) यथा ज्वार, बाजरा, रागी, चना, सांवा, कुट्टू के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, ताकि आम जन को मोटे अनाज के फायदे ( हड्डियों को मजबूती, कैल्शियम की कमी से बचाव, पाचन दुरुस्त करने में सहायक, वजन को कंट्रोल रखने में सहायक, एनिमिया का खतरा कम, डायबिटीज एवं हृदय रोगियों के लिए लाभकारी) के बारे लोग जान सकें।
सोमवार को ब्लॉक चरथावल में सभी कन्वर्जेंस डिपार्टमेंट के सहयोग से रैली का आयोजन किया गया। स्कूल न जाने वाली किशोरी बालिकाओं को आयरन की टेबलेट नींबू पानी के साथ खिलवाई गई, टीकाकरण और होम विजिट के दौरान मोटे अनाज को खाने पर जोर देने के लिए सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक की, जिसमें मोटे अनाज का उपयोग करने पर लाभ के संबंध में जानकारी दी गई। इसके साथ-साथ जिले में आंगनबाड़ी केंद्रो पर बच्चों की लंबाई और वजन मापा गया और ईसीसीई प्रोग्राम के तहत बच्चों को केंद्रों पर विभिन्न कार्यक्रम भी कराए गए।
नगर क्षेत्र के विद्यालयों में बच्चों को मोटे अनाज के फायदे बताये गये। चरथावल के गांव सलेमपुर दधेड़ू कलां व दधेड़ू खुर्द के आंगनबाड़ी केंद्रों पर राशन वितरण किया और पोषण पखवाड़े की गतिविधियां आयोजित की गईं।
नगर क्षेत्र के विद्यालयों में बच्चों को मोटे अनाज के फायदे बताये गये। चरथावल के गांव सलेमपुर दधेड़ू कलां व दधेड़ू खुर्द के आंगनबाड़ी केंद्रों पर राशन वितरण किया और पोषण पखवाड़े की गतिविधियां आयोजित की गईं।