जिलाधिकारी ने जनपद में नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के अधिकारियो को दिये निर्देश

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। परिषदीय परीक्षा आयोजन के सम्बंध में केन्द्र व्यवस्थापकों, स्टेटिक मजिस्ट्रेट,सेक्टर मजिस्ट्रेट, जोनल मेजिस्ट्रेट एवं सचल दल प्रभारियों आदि की बैठक में जिलाधिकारी ने जनपद में नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के अधिकारियो को निर्देश दिये। जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज के तत्वाधान में जिला मुजफ्फरनगर में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों के लिए कुल 75 परीक्षा केन्द्र बनाए गए है, जिन पर हाईस्कूल के 32412 परीक्षार्थी व इंटरमीडिएट के 28669 परीक्षार्थी सहित कुल  61081 परीक्षार्थी सम्मिलित होगें। उन्होंने बताया कि बोर्ड परीक्षा 16 फरवरी 2023 से आरम्भ हो कर 04 मार्च 2023 को समाप्त होगी।

जिलाधिकारी अरविन्द मल्लपा बंगारी ने वर्चुअल माध्यम से  कहा कि केन्द्रव्यवस्थापक व अन्य सभी अधिकारी शासन द्वारा दिए गए सभी नियम निर्देशों का भली भांति अध्ययन कर अक्षरशः आदेशों का पालन करे।उन्होंने कहा कि नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न हो,परीक्षा केन्द्रों का वातावरण स्वास्थयप्रद व भयमुक्त होना चाहिए व सभी केन्द्रों पर पर्याप्त भौतिक संसाधन उपलब्ध होने चाहिए, जिससे किसी भी परीक्षार्थी को किसी भी प्रकार की समस्या ना हो। जिला अधिकारी ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति या समूह द्वारा नकल कराने, प्रश्न पत्रों को आउट कराने, परीक्षा केंद्र पर कोई आक्रमण या हंगामा करने की कोशिश या कोई धमकी दी तो ऐसे तत्वों के विरुद्ध रासुका की कार्यवाही की जायेगी।
मुख्य विकास अधिकारी संदीप भागिया ने कहा कि परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर सभी परीक्षार्थियों की सघन तलाशी के उपरान्त ही प्रवेश कराने की नियमित व्यवस्था सुनिश्चित करें, बालिका परीक्षार्थियों की तलाशी केवल महिला अध्यापिकाओं द्वारा ही की जाये। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरों,वाॅयस रिकार्डिंग आदि के प्रभावी रूप से कार्य करने की जांच अधिकारीयों द्वारा प्रतिदिन की जानी चाहिए। परीक्षा केन्द्रों पर जल,स्वच्छता,प्राथमिक चिकित्सा,अग्निशमन यंत्रो आदि की व्यवस्था परीक्षा आरम्भ होने से पूर्व हो जानी चाहिए।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्रों का विशेष रूप से निरन्तर सघन निरीक्षण किया जाएगा उन्होंने कहा कि सभी परीक्षा केन्द्रों पर सशस्त्र पुलिस बल की पर्याप्त व्यवस्था कर दी गई है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में परीक्षा अवधि में बाहरी व्यक्ति को परीक्षा केन्द्र पर प्रवेश नही देना है
जिला विद्यालय निरीक्षक गजेन्द्र कुमार द्वारा परिषदीय परीक्षा में नियुक्त सेक्टर मजिस्ट्रेट,स्टेटिक मजिस्ट्रेट व केन्द्र व्यवस्थापकों के कर्तव्यों व अधिकारों, ओएमआर शीट पूर्ण कर संकलन आदि के बारे में विस्तृत रूप में बताते हुए कहा गया कि प्रश्नपत्र का लिफाफा खोलते समय परीक्षा कार्यक्रम से लिफाफे के ऊपर अंकित विवरण प्रश्नपत्र संकेतांक विषय एवं प्रश्नपत्र तथा परीक्षा तिथि एवं पाली का मिलान भली भाँति करने के उपरान्त ही लिफाफे का कवर कटवाएं उन्होंने कहा कि समस्त परीक्षा कार्यवाही सी सी टी वी कैमरे की निगरानी में ही होगी, जिसकी रिकाॅर्डिंग भी सुरक्षित रखी जानी है। उन्होंने कहा कि विद्यालय में प्रश्नपत्र प्राप्त होने के बाद से 24 घंटे आॅनलाइन कैमरे क्रियाशील रहेंगे। उन्होंने कहा कि परीक्षा अवधि में परीक्षा केन्द्र परिसर में परीक्षार्थियों, कक्ष निरीक्षकों एवं परीक्षा कार्य में लगे अन्य कर्मचारियों द्वारा मोबाइल फोन अथवा इलेक्ट्राॅनिक उपकरणों का उपयोग करना प्रतिबंधित रहेगा।
प्रधानाचार्य डा0 विकास कुमार ने बताया कि हाईस्कूल परीक्षा में प्रथम बार सभी विषयों में 20 अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की परीक्षा ओ एम आर शीट पर करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि ओएमआर शीट पर परीक्षार्थियों के अनुक्रमांक एवं उनके विषय पहले से ही मुद्रित करा दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि ओएमआर शीट का मुद्रण दो भागों में किया गया है। उन्होंने कहा कि ऊपर का भाग मुख्य भाग तथा नीचे का भाग प्रतिपर्ण भाग है। उन्होंने कहा कि ओएमआर शीट के मुख्य भाग में प्रश्नोत्तरो के गोलो को नीले या काले बाल प्वाइंट पेन से भरना होगा, जबकि इसके प्रतिपर्ण भाग में प्रत्येक प्रश्न के आगे उसके उत्तर को एबीसीडी आदि के रूप में यथास्थित लिखना होगा।
बैठक की अध्यक्षता जिलाधिकारी अरविन्द मल्लपा बंगारी व संचालन प्रधानाचार्य डा0 विकास कुमार ने किया गया। बैठक में सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार, सीओ हेमन्त कुमार, प्रधानाचार्य शैलेन्द्र त्यागी, ललित मोहन गुप्ता, सुधीर त्यागी, भारत कुमार आदि उपस्थित रहें।

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